लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान सभा के बजट सत्र 2024-25 के दौरान अंतर्गत राज्यपाल के अभिभाषण (धन्यवाद प्रस्ताव) पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज कहा कि अयोध्या भव्य-दिव्य-नव्य रूप में आ गई है। अयोध्या देश के टूरिस्ट डेस्टिनेशन के साथ-साथ दुनिया की सांस्कृतिक राजधानी बनने की ओर अग्रसर है। अयोध्यापुरी को उस रूप में विकसित करने की एक नई तैयारी सरकार द्वारा प्रारंभ की गई है।
पिछली सरकारों पर हमला करते हुए सीएम योगी ने कहा, "अयोध्या की गलियों में गोलियों की तड़तड़ाहट होती थी, परिक्रमाएं प्रतिबंधित होती थीं, कर्फ्यू लगता था। अयोध्या आने वाले देश के किसी व्यक्ति ने अगर रामनामी गमछा ओढ़ा होता था, तो उसे गिरफ्तार करके जेल में बंद कर दिया जाता था। लेकिन आज श्री अयोध्या जी में इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। 14 से 15 फ्लाइट श्री अयोध्या जी से देश के अलग-अलग स्थानों को जा रही हैं।"
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा, "आज हमसे पूरा भारत एक नई अपेक्षा रखता है और उस नई अपेक्षा के साथ आज अयोध्या आप सभी को प्रभु के दर्शन करने के लिए आमंत्रित करती है। प्रभु सभी के हैं और हमें अयोध्या जाना चाहिए। क्योंकि, पूरी दुनिया अयोध्या आना चाहती है। हमारी आस्था थी, नीति भी साफ थी और नीयत भी बहुत स्पष्ट थी। अगर मैं श्री अयोध्या जी व काशी गया हूं, तो नोएडा और बिजनौर भी गया हूं। श्री अयोध्या जी का भव्य दीपोत्सव जो आज राष्ट्रीय आयोजन बन चुका है, उसको शुरू करने का सौभाग्य हमारी सरकार को प्राप्त हुआ।"
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या, काशी और मथुरा का जिक्र करके एक कविता भी सुनाई।
सीएम योगी ने कहा, "सुरक्षा, स्वच्छता और सुव्यवस्था का मॉडल प्रयागराज कुंभ में देखने को मिला था। दुनिया के 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधिमंडल वहां आए थे। श्रद्धालुओं के जनसैलाब को देखकर सभी लोग अभिभूत थे। हमारी सरकार 2025 के कुंभ को भव्य और दिव्य रूप में सुरक्षा, स्वच्छता और सुव्यवस्था के उसी मॉडल पर आगे ले जाएगी। हमारी सरकार ने अभी से यह व्यवस्था प्रारंभ की है कि हम लोग 2025 के कुंभ को भव्य और दिव्य रूप में आयोजित करेंगे। स्वच्छता, सुरक्षा और सुव्यवस्था के मॉडल को उसी रूप में आगे लेकर जाएंगे, जो 2019 में दिया गया था"