लाइव न्यूज़ :

Lok Sabha Election 2024: 'सत्ता के लिए जरूरत पड़ी, तो... साथ', आकाश आनंद ने भाजपा की B टीम होने से किया इनकार

By आकाश चौरसिया | Updated: April 15, 2024 16:46 IST

Lok Sabha Election 2024: बसपा नेता आकाश आनंद ने पार्टी की नीतियों के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि आज युवाओं को बस मायावती और मान्यवर कांशीराम के आदर्शों पर चलना चाहिए, क्योंकि उन्होंने आशावादी होना सिखाया है।

Open in App
ठळक मुद्देLok Sabha Election 2024: युवाओं को आशावादी रहना चाहिए, आकाश आनंद ने कहाLok Sabha Election 2024: इसके साथ बसपा नेता ने कांशीराम को बताई असली प्रेरणा Lok Sabha Election 2024: लड़-झगड़कर कुछ भी नहीं मिलने वाला है

UP Lok Sabha Election 2024:  बहुजन समाज पार्टी के नेता आकाश आनंद बीएसपी ने आज इंटरव्यू में युवाओं पर बात की। इसके साथ ही उन्होंने युवाओं के सवाल पर कहा कि आकांक्षावादी होने चाहिए, जिसको लेकर कांशीराम जी ने सिखाया भी है। उन्होंने ये भी बताया कि बाबा साहेब ने संविधान के जरिए एक आधारभूत ढांचा समेत सारी आवश्यक सुविधाएं दी।

उन्होंने आगे कहा कि कांशीराम ने उस वीजन तक चलने का रस्ता दिखाया, मान्यवर ने एक पाथ दिया और उस पर माननीय बहनजी यानी सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने चलकर दिखाया। आज युवाओं को बस मायावती और मान्यवर कांशीराम के आदर्शों पर चलना चाहिए, क्योंकि उन्होंने आशावादी होना सिखाया है। मान्यवर का बताया रस्ता और बहन जी के तरीके को बस युवाओं को फॉलो करना है। 

बसपा नेता ने कहा, चंद्रशेखर आजाद कोई प्रतिद्विंदी नहीं, बल्कि उनके द्वारा कोई प्वाइंट उठाए गए वो वैलिड हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने जिस तरीके को अपनाया वो बहुजन समाज से बिल्कुल अलग है और कहीं न कहीं समाज के लोगों को भटकाने वाला है। गौरतलब है कि यह खबर आजतक के हवाले से है। 

भाजपा के साथ आने और उनकी बी टीम होने के सवाल पर आकाश आनंद ने कहा कि ये बिल्कुल निराधार बात है कि बसपा भाजपा की बी टीम है। इसके साथ उन्होंने ये भी कहा कि अगर सत्ता के लिए जरूरत पड़ी तो भाजपा का साथ ले लेंगे। 

आकाश ने इंटरव्यू में कहा, मान्यवर कांशीराम ने कहा कि वो सड़क पर नहीं उतरते, लड़ाई झगड़ा नहीं करते और सोच के तरीके से अपना रास्ता बनाता हैं। सिस्टम से लड़ने के लिए हमारे समाज के पास पैसे नहीं है। उन्होंने बताया कि राजनीति एक शतरंज के खेल की तरह है, उसे सोच-समझकर खेला जाता है और न कि लड़ झगड़ इस तरह से अपनी बातों को रखा जाता है। 

युवा और खासकर बुजुर्ग इस बात को समझें, ऐसी गलती करने से बचें जिससे उनका ही नुकसान हो। यूपी में पंजाब और दिल्ली से परिस्थिति अलग हैं और इस कारण लड़ाई-झगड़े करने से अच्छा है कि मान्यवर कांशीराम के रास्ते पर चले और सोच के माध्यम से 4 बार सरकार बनाने वाली मुख्यमंत्री को फॉलो करना ही सत्ता में आने का सही फॉर्मूला है। 

टॅग्स :लोकसभा चुनाव 2024उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव २०२४बीएसपीBJPकांग्रेसआकाश आनंदसमाजवादी पार्टी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतकौन थे स्वराज कौशल? दिवंगत भाजपा नेता सुषमा स्वराज के पति का 73 साल की उम्र में हुआ निधन

भारतझारखंड में संभावित सियासी उलटफेर की खबरों पर कोई भी नेता खुलकर बोलने को नहीं है तैयार, सियासी गलियारे में अटकलों का बाजार है गरम

भारतSanchar Saathi App: विपक्ष के आरोपों के बीच संचार साथी ऐप डाउनलोड में भारी वृद्धि, संचार मंत्रालय का दावा

उत्तर प्रदेश अधिक खबरें

उत्तर प्रदेशहनीमून मनाने यूपी से सिक्किम गया कपल लापता, हादसे का शिकार हुई बस; पहाड़ी से 1,000 फीट नीचे नदी में गिरा वाहन

उत्तर प्रदेशKaushambi Accident: खुशियों के बीच पसरा मातम, बारात से लौट रही कार की पेड़ से टक्कर, 4 लोगों की मौत

उत्तर प्रदेशBSP Mayawati: पारिवारिक विवाद में उलझी मायावती ने भाई से भी वापस लिया पद, अब आनंद कुमार की जगह रणधीर बेनीवाल बनाए गए नेशनल कोऑर्डिनेटर

उत्तर प्रदेशआज का पंचांग 10 जनवरी 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

उत्तर प्रदेशUP Road Accident: लखनऊ-सुल्तानपुर हाईवे पर सड़क हादसा, दो बाइकों की टक्कर, 2 की मौत