लखनऊः कैसरगंज के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का विवादों से नाता खत्म नहीं हो रहा है। उनके खिलाफ कई महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन शोषण के मामले की अदालत में सुनवाई हो रही है।
इस बीच राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने बृजभूषण शरण सिंह पर अवैध खनन कराने की शिकायत को लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। एनजीटी ने अवैध खनन के मामले में सांसद बृजभूषण शरण सिंह को नोटिस जारी किया है। यही नहीं एनजीटी ने अवैध खनन मामले की एक संयुक्त कमेटी को जांच करने के आदेश भी दिए हैं। आगामी सात नवंबर को इस मामले की सुनवाई की जाएगी।
गोंडा ही जिलाधिकारी नेहा शर्मा के अनुसार, एनजीटी ने राजाराम सिंह की शिकायत पर इस मामले में एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है। कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप लगाया गया है कि वह 700 ट्रकों से अवैध बालू खनन करा रहे हैं। यह खनन उन्होने नवाबगंज के साथ ही जैतपुर व माझा राठ आदि क्षेत्रों में सरयू नदी के तटवर्ती गावों में कराया है।
बताया जा रहा है कि सांसद बृजभूषण शरण सिंह द्वारा अवैध खनन कराने को लेकर एनजीटी को एक पत्र मिला था, जिसमें गोंडा जिले के तीन गांवों में अवैध रेत खनन कराये जाने की शिकायत की गई थी। इस शिकायती पत्र के आधार पर एनजीटी ने कार्रवाई करते हुए अवैध खनन पर रोक लगाने के साथ ही पूरे मामले की जांच कराने का आदेश दिया है।
इसके साथ ही एनजीटी ने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, एमओईएफ तथा सीपीसीबी की संयुक्त कमेटी को अवैध खनन और ओवरलोड ट्रकों के माध्यम से हुए पर्यावरण के नुकसान की जांच करने को कहा है। एनजीटी की इस कार्रवाई के बाद गोंडा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने पूरे मामले की जांच कराने के लिए अपर जिलाधिकारी सुरेश कुमार सोनी की अध्यक्षता में समिति गठित की है।
वही छह बार के सांसद बृजभूषण शरण सिंह का कहना है कि उनका या उनके परिवार से इस मामले का कोई लेना देना नहीं है। मेरे द्वारा अवैध खनन कराने की बात झूठी है. खनन कार्य में मैं और मेरा संलिप्त नहीं है। जिस आदमी में मेरे ऊपर अवैध खनन कराने का आरोप लगाया है वह बोगस है। मैं और मेरा परिवार इस जांच में पूरा सहयोग करेगा और जल्दी ही सच्चाई सबके सामने आ जाएगी।
कौन हैं बृजभूषण शरण?
बृजभूषण शरण सिंह भाजपा की टिकट पर गोंडा जिले की कैसरगंज सीट से लोकसभा सांसद हैं। उनका जन्म 8 जनवरी 1957 को उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले अंतर्गत एक गांव बिसनोहरपुर में हुआ। स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय चंद्रभान शरण सिंह के चचेरे पौत्र बृजभूषण शरण सिंह को राजनीति विरासत में मिली। उनके चचेरे बाबा विधायक थे।
साल 1981 में बृजभूषण शरण सिंह की शादी केतकी देवी सिंह के साथ हुई। बृजभूषण शरण सिंह के चार बच्चे हैं। बेटों का नाम प्रतीक भूषण सिंह, करण भूषण सिंह और शक्ति शरण सिंह है जबकि बेटी का नाम शालिनी सिंह हैं। बृजभूषण के बेटे प्रतीक भूषण सिंह गोंडा की सदर सीट से लगातार दूसरी बार विधायक हैं।
बृजभूषण की पत्नी केतकी देवी सिंह सांसद रह चुकी हैं। वर्ष 1996 में जब बृजभूषण को टाडा के तहत दिल्ली तिहाड़ जेल में बंद कर दिया गया। तब भाजपा ने बृजभूषण शरण सिंह की पत्नी केतकी देवी को गोंडा लोकसभा से टिकट दिया था, उस चुनाव में केतकी देवी ने लगभग 80,000 मतों से चुनाव में जीत दर्ज की थी।
तमाम आरोपों से घिरे हैं बृजभूषण शरण
छह बार के सांसद, बृज भूषण पर कई बार चोरी, दंगा, हत्या, आपराधिक धमकी, हत्या का प्रयास, अपहरण आदि सहित विभिन्न आरोपों के तहत 38 मामले दर्ज हैं। ये सभी 1974 और 2007 के बीच दर्ज किए गए थे। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, यूपी गुंडा अधिनियम के तहत एक मामला और उस अवधि में कड़े गैंगस्टर और असामाजिक गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम के तहत तीन अन्य मामले भी दर्ज हैं।
सांसद बृजभूषण शरण के प्रतिनिधि संजीव सिंह के अनुसार बृजभूषण सभी 38 मामलों में बरी हो चुके हैं। जबकि एक मामले में ट्रायल कोर्ट से बरी होने के खिलाफ अपील इलाहाबाद उच्च न्यायालय में लंबित है। इसका अलावा महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन शोषण का आरोप का मामला अदालत में चल रहा है। सिंह ने कई बार इस आरोप को नकारा है। अब वह अवैध खनन के मामले में आरोपित हुए हैं।