अखिलेश यादव का एनडीए गठबंधन पर निशाना, कहा- जो मिल रहा है उसे NDA में शामिल कर रहे हैं
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: July 22, 2023 18:56 IST2023-07-22T18:53:58+5:302023-07-22T18:56:13+5:30
अखिलेश यादव ने कहा कि NDA थक गया है, एनडीए की हवा निकल गई है। उन्हें जो मिल रहा है उसे वे अपने गठबंधन में शामिल कर रहे हैं। भाजपा के लोगों को पता है कि वे सत्ता में नहीं आने वाले हैं।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (फाइल फोटो)
लखनऊ: सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मैनपुरी में एक कार्यक्रम के बाद भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन पर करारा हमला बोला। अखिलेश यादव ने कहा कि NDA थक गया है, एनडीए की हवा निकल गई है। उन्हें जो मिल रहा है उसे वे अपने गठबंधन में शामिल कर रहे हैं। भाजपा के लोगों को पता है कि वे सत्ता में नहीं आने वाले हैं। महंगाई, बेरोजगारी चरम सीमा पर है, किसान, मज़दूर कोई खुश नहीं है।
मणिपुर मामले पर बीजेपी और केंद्र सरकार पर हमला करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, "सरकार की लापरवाही और अक्षमता के कारण यह घटना लोकतंत्र में अक्षम्य है। इस घटना ने पूरे राष्ट्र को शर्मिन्दा कर दिया है। मणिपुर की घटना ने भारत की प्रतिष्ठा दुनिया में गिराई है। कोई कल्पना कर सकता है वो भी किसी की मां, बहन या बेटी रही होगी। जिन्होंने कभी बीजेपी को वोट दिया था वो भी ऐसी घटना देकर अक्रोशित है, इसलिए भाजपा का सफाया निश्चित है।"
"मणिपुर की घटना ने भारत की प्रतिष्ठा दुनिया में गिराई है। कोई कल्पना कर सकता है वो भी किसी की मां, बहन या बेटी रही होगी। जिन्होंने कभी बीजेपी को वोट दिया था वो भी ऐसी घटना देकर अक्रोशित है, इसलिए भाजपा का सफाया निश्चित है।"
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) July 22, 2023
- माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी, मैनपुरी pic.twitter.com/Op1DBdg6Da
बता दें कि मणिपुर की घटना के विरोध में समाजवादी महिला सभा की ओर से कैण्डल मार्च कैसरबाग कार्यालय से निकाला गया। परिवर्तन चौक कैण्डल मार्च पहुंचने से ही पहले पुलिस द्वारा रोक दिया गया।
मणिपुर में महिलाओं के साथ हुए अमानवीय और जघन्य कृत्य के विरोध में समाजवादी महिला सभा द्वारा प्रदेश भर में 23 जुलाई को भी कैण्डल मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन करने का कार्यक्रम है। 22 जुलाई को समाजवादी महिला सभा द्वारा लखनऊ, कानपुर, मेरठ, रायबरेली, नोएडा, बाराबंकी, मऊ, उन्नाव, मिर्जापुर, श्रावस्ती, अयोध्या, हाथरस, चंदौली, भदोही, गोरखपुर, सुल्तानपुर, जौनपुर, बस्ती, अमेठी, प्रयागराज, वाराणसी, मैनपुरी आदि जनपदों में भी कैण्डल मार्च निकाल कर रोष प्रकट किया गया।
अखिलेश यादव वाराणसी में राजघाट स्थित सर्व सेवा संघ के परिसर को खाली कराने के फैसले पर भी भड़के। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा गांधी-जेपी की विरासत पर कब्जा व उसको मिटाने का प्रयास किया जा रहा है। अखिलेश यादव ने कहा कि सन् 1962 में लोकनायक जयप्रकाश नारायण द्वारा राजघाट वाराणसी पर संस्थापित गांधी विद्या संस्थान पर कब्जा कर इसे एक सरकारी संस्थान को सौंप देना और ध्वस्तीकरण की कार्यवाही अनुचित और अन्यायपूर्ण है।