लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक महिला पीसीएस अधिकारी का वीडियो शेयर करते हुए राज्य की बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि ये एक बेहद गंभीर मामला है और इस पर जल्द कार्रवाई होनी चाहिए।
सपा प्रमुख ने एक्स पर लिखा, "उप्र में जब एक पीसीएस महिला अधिकारी वीडियो के ज़रिये एक दूसरे अधिकारी के द्वारा उसके घर में घुसकर उसकी अस्मिता व जीवन के लिए ख़तरा बनने की बात कह रही हो लेकिन उसकी FIR तक लिखने में कई दिन लग गये हों तो भाजपा सरकार बताए कि ‘नारी शक्ति वंदन’ के ढोंग का नाटक वो क्यों कर रही है।"
अखिलेश यादव ने आगे कहा, "ये एक बेहद गंभीर मामला है क्योंकि आम जनता के लिए प्रशासनिक अधिकारी ही सरकार का चेहरा होते हैं अगर वो अधिकारी ख़ुद ही असुरक्षित और पीड़ित होंगे तो जनता सरकार में रहा-सहा विश्वास भी खो देगी। समाजवादी पार्टी समस्त निष्ठावान अधिकारियों के समर्थन में खड़ी होकर, शीघ्र दंडात्मक-निर्णायक कार्रवाई की माँग करती है।"
एक अन्य ट्वीट में अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर छुट्टा पशुओं और महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी व अपराध के बढ़ावे पर ध्यान न देने का आरोप लगाया है। सपा प्रमुख ने लिखा, " भाजपा के राज में छुट्टा पशुओं और महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोज़गारी व अपराध में एक सीधा संबंध है… ये सब बेतहाशा बढ़ रहें हैं और इन सबके लिए भाजपा सरकार ज़िम्मेदार भी है और बेपरवाह भी। ये ‘पांच समस्याएँ’ विकराल रूप धारण कर रही हैं और भाजपा सरकार केवल प्रचार के नाम पर अखबारों या होर्डिंगों की तस्वीरों में ही सिमटकर रह गयी है और कहीं नज़र नहीं आ रही है।"
अखिलेश ने लिखा, " ‘गोपाष्टमी’ के पावन पर्व पर भाजपा सरकार ये सुनिश्चित करे कि गोमाता सहित समस्त गोवंश उनके राज में सड़कों पर भटकने पर मजबूर और वाहनों आदि से टकराने से घायल-चोटिल नहीं होगा, न मारा जायेगा और न ही किसी और के लिए जानलेवा दुर्घटना का कारण बनेगा। भाजपाई समझ लें कि तस्वीर खिंचवाने से ही अगर समस्याओं का समाधान हो जाता तो लोग शासन, प्रशासन और प्रबंधन की किताबें पढ़ने की बजाय फ़ोटो एलबम ही देखकर काम चला लेते।"