ट्रैवल विशेष - यूपी नहीं देखा तो क्या देखा, ये हैं इसके 7 सबसे खूबसूरत शहर
By मेघना वर्मा | Published: March 19, 2018 10:40 AM2018-03-19T10:40:50+5:302018-03-19T11:42:42+5:30
नदियों के किनारे बसे उत्तर प्रदेश की यात्रा करना अपने आप में एक यादगार और रोमांचक अनुभव है।
उत्तर प्रदेश, संस्कृतियों के मिलन और आस्था के संगम के अनोखे दृश्यों को समेटे एक अनूठा प्रदेश है। इतिहास गवाह है कि महान नदियों के किनारे ही गौरवशाली सभ्यताओं और नगरों का विकास हुआ है। भारत में गंगा और यमुना के दोनों ओर बसे नगरों में जिन धार्मिक, सांस्कृतिक, वैचारिक और बौद्धिक परम्पराओं का विकास हुआ है। उसने पूरे देश ही नहीं बल्कि विश्व को एक नई दिशा दी है। उत्तर प्रदेश में इन नदियों के किनारे यात्रा करना अपने आप में एक यादगार और रोमांचक अनुभव है। इस यात्रा का हर पल आनंद उठाने का एक नया आयाम है। इस यात्रा से आप उत्तर प्रदेश के लोगों और जन जीवन का एक नया रूप देख सकते हैं।
1. आगरा
प्यार की निशानी आगरा सिर्फ देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। दुनिया के सात अजूबों में शुमार, ताजमहल इस शहर की जान कहलाता है। उत्तर प्रदेश सरकार ने यहां आने वालों के लिए बहुत सारी सुविधाएं दे रखी हैं। आगरे में संगमरमर से बने खूबसूरत हैंडीक्राफ्टस के साथ अच्छी और सस्ती शॉपिंग का मजा ले सकते हैं। इस प्राचीन शहर में अद्भुत स्मारक देखने योग्य है।
2. लखनऊ
मशहूर उत्तर प्रदेश की राजधानी और ' नवाबों के शहर ', लखनऊ के रूप में जाना जाता है। यह अवध के नवाबों की राजधानी थी। यहां जितना ही आपको ठाठसी सुख मिलेगा उतना ही टेस्टी मुगलई खाने का जायका आप चख सकते हैं। बड़ी हवेलियों और रजवाड़े घरानों की सैर करके आप खुद नवाबी होने का अनुभव कर पाएगें।
3 . वाराणसी
'भारत की धार्मिक राजधानी' और घाटों के इस शहर को उत्तर प्रदेश की जान भी कर सकते हैं। बनारस शहर नें दुनिया के विभिन्न भागों से तीर्थयात्रियों द्वारा यात्रा कि जाती है। गंगा नदी के तट पर स्थित इस शहर में एक नहीं दो नहीं दस नहीं बल्कि पूरे 87 घाट हैं। यह शहर इतना पवित्र है कि यहां आते ही आपका मन शांत और चिन्ता मुक्त हो जाएगा। बनारस में इन खूबसूरत घाटों के अलावा सारनाथ, विश्वनाथ, रामनगर किला आदि जगह भी घूम सकते हैं।
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4. इलाहाबाद
हिंदू धर्म के अनुसार, इलाहाबाद निर्माता के रूप में एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। शहर तीन नदियों अर्थात् गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर स्थित है। इस शहर में जितने लोग सीधे मिलेंगे उतने ही लोग चालाक भी मिलेंगे। इलाहाबाद शहर की खासियत ये है कि शान के वक्त संगम किनारे बैठकर आप खुद को शांत कर सकते हैं। हरिद्वार से आ रही तेज गंगा भी यहां आकर धीमी और शांत हो जाती है। संगम के साथ आप यहां कढ़ेवासिनी, श्रिंगवेरपुर, चित्रकुट आदि जगह घूम सकते हैं।
5. कानपुर
गंगा नदी के तट पर कानपुर स्थित है जो उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा राज्य है। इसे, पहले, देश का मैनचेस्टर कहा जाता था। माना जाता है कि महाभारत काल में अर्जुन के विरूद्ध वीरता के लिए दुर्योधन ने कर्ण को भूमि का एक टुकड़ा दिया था। जिसे पहले कर्णपुर नाम से जाना जाता था। फिर समय के साथ यह कानपुर कहा जाने लगा। आज कानपुर भारत में शिक्षा का मुख्य केंद्र है और यहां अनेक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान हैं जिनमें इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी प्रमुख है।
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अन्य प्रमुख संस्थानों में यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, सीएसजेएम विश्वविद्यालय, हर्कोउर्ट बटलर टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट(एचबीटीआई), जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज और डॉ। आंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी हैं। औद्योगिक क्षेत्र में कानपुर अपने चमड़े और कपास के उत्पादों के लिए प्रसिद्द है और भारत से तथा विदेशों से भी व्यापार को आकर्षित करता है।
6. मथुरा
मथुरा भगवान कृष्ण की जन्मभूमि माना जाता है और इसलिए यह हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए सात पवित्र शहरों में से एक है। यह पहले के एक बौद्ध केंद्र था और हिंदू धर्म से पहले 20 मठों के घर था। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु यहां दर्शनों के लिए आते हैं। यहां आने का सबसे अच्छा समय है, कृष्ण जन्माष्टमी के समय,जब अन्य मंदिरों के साथ इस मंदिर को भी बहुत आकर्षक ढंग से सजाया जाता है और मंदिर के परिसर मे भगवान कृष्ण की रास लीला है। गोकुल, जहां भगवान कृष्ण का बचपन बीता था, यहां से कुछ ही दूरी पर है। यह वही स्थान है जहां कृष्ण माखन खाया करते थे।
7. फतेहपुर सीकरी
फतेहपुर सीकरी, 16 वीं सदी के शहर , प्रसिद्ध मुगल सम्राट अकबर द्वारा बनाया गया था। प्राचीन इतिहासकारों के अनुसार अकबर को फतेहपुर सिकरी बनाते समय काफी रूचि थी और उन्होंने शहर की कई जगहों को अपनी पसंदीदा कलाकृतियों से भी सजाया है। फतेहपुर सिकरी की बहोत सी इमारतों का निर्माण लाल पत्थरो से किया गया था।
अकबर द्वारा बनाये शाही महल में भी उन्होंने बहोत से कलाकृतिया की है। अरेबियन, पर्शियन और एशियन तीनों तरह की कलाकृतियों और संस्कृतीयों का समावेश उन्होंने अपने महलो में किया है। फतेहपुर सिकरी के सभी स्मारक शहंशाह अकबर की महानता और उनके पराक्रमो को दर्शाते है, इस तरह की सुन्दर कला शायद ही आपको और कहीं और देखने मिलेगी।
(फोटो- विकिमीडिया, विकिपीडिया, फ्लिकर)