खतरनाक हैं भारत की ये 5 सड़कें, यहां जाना मौत को गले लगाने के बराबर है

By मेघना वर्मा | Updated: April 21, 2018 10:58 IST2018-04-21T10:58:02+5:302018-04-21T10:58:02+5:30

जम्मू और कश्मीर में स्थित किलाड़ से किश्तवाड़ के बीच की इस सड़क को दुनिया की सबसे खतरनाक सड़कों में गिना जाता है, कारण जान हैरानी होती है।

Top 5 most dangerous roads in India in hindi | खतरनाक हैं भारत की ये 5 सड़कें, यहां जाना मौत को गले लगाने के बराबर है

खतरनाक हैं भारत की ये 5 सड़कें, यहां जाना मौत को गले लगाने के बराबर है

कहते हैं आपकी ट्रिप तभी सफल होती है जब आपका सफर मजेदार हो। यानी आप जिस भी जगह जा रहे हों वहां जाने का रास्ता जितना खूबसूरत होगा, आपका सफर और आपकी पूरी ट्रिप उतनी ही अच्छी होगी। बाई ट्रेन सफर कर रहे हों या बाई रोड, बस आपको उस सफर में आनंद आना चाहिए। मगर कभी-कभी ऐसा भी होता है कि आप जिस रास्तों पर सफ़र करते हैं वो रोमांच से ज्यादा दिल को डरा देते हैं। कुछ ऐसी जगहें भी होती हैं जहां आप हवाई सफ़र से तो आसानी से पहुँच सकते हैं लेकिन बाई रोड जाना किसी खतरे से कम नहीं होता। आज हम आपको देश के कुछ ऐसे ही खतरनाक सड़कों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां बाई रोड सफर करना आपके लिए खतनाक साबित हो सकता है। इन सड़कों को 'नरक का रास्ता' भी कहा जाता है। तो अपने ट्रिप पर जाने से पहले ध्यान दें कि आपके सफ़र में कहीं ये पांच रोड तो शामिल नहीं है...

1. पतरातू घाटी 

झारखंड की पहाड़ियों पर वैसे तो बहुत से घुमावदार रास्ते बने हैं लेकिन रामगढ़ से रांची के बीच की 35 किलोमीटर लंबी पतरातू घाटी का घुमावदार मोड़ जानलेवा भी हो सकता है। हरे-भरे पेड़ों से घिरी घाटी की इस सड़क से नीचे उतरते हुए दो दर्जन से ज्यादा खतरनाक, घुमावदार मोड़ आते हैं। इस घाटी रास्ते में हरियाली के लिए लगाए गए लगभग 39 हजार पेड़ हैं। इन घुमावदार रास्ते के एक किनारे पर हरे भरे वृक्ष और पहाड़ी है तो दूसरी किनारे पर गहरी खाई, इसकी वजह से यहां हमेशा बहुत सुरक्षित ड्राइविंग करनी पड़ती है। यहां एक भी चूक भारी पड़ सकती है। यह रोड पिठोरिया होते हुए पतरातू डैम साइट तक जाती है। घाटी के रास्ते में बहती नदियां और कुछ मौसमी झरने भी पड़ते हैं। बरसात में पूरी घाटी हरियाली की चादर में लिपटी होती है।यह घाटी इतनी पतली है की एक साथ दो गाड़ियों को आमने-सामने से पास होने में भी बहुत दिक्कत होती है।

2. गंगटोक-नाथुला रोड

नाथुला दर्रा भारत के सिक्किम में डोगेक्या श्रेणी में स्थित है। यह दर्रा हिमालय के अंतर्गत पड़ता है। नाथूला दर्रा भारत के सिक्किम राज्य और दक्षिण तिब्बत में चुम्बी घाटी को जोड़ता है। यह दर्रा गंगटोक के पूर्व की ओर 54 कि.मी।की दूरी पर स्थित है। गंगटोक से नाथुला दर्रा तक जो रोड जाती है वह विश्‍व की खतरनाक सड़कों में से एक है। यह 14 हजार 200 फीट की ऊंचाई पर है। इसी रास्ते से होकर कैलाश मानसरोवर जाया जा सकता है। हाल ही में चीन ने इसका रास्ता खोल दिया है। नाथूला दर्रे से निकटतम रेलवे स्टेशन ‘न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन’ है। गंगटोक भारत के उत्तर-पूर्व में स्थित सिक्किम की राजधानी है। गंगटोक देश के प्रमुख महत्त्वपूर्ण हिल स्‍टेशनों में एक है। इस घाटी में मौसम हमेशा खराब हो जाता है।दिन के 2 बजे के बाद बादल और धुंध छाने के कारण गाड़ी चलाने वालों को सामने देखने में बहुत दिक्कत होती है।

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3. रोहतांग दर्रा

रोहतांग जितना अपनी खुबसूरती के लिए जाना जाता है उतना ही खतरनाक ये यहां के सड़कों के कारण भी है।एक और बर्फ के पहाड़ और दूसरी और कीचड़ से भरे पहाड़ी घुमावदार रास्ते और खाई।ये दर्रा समुद्री तल से 4111 मीटर की ऊँचाई पर स्थित हैं।उत्तर में मनाली, दक्षिण में कुल्लू शहर से 51 किलोमीटर दूर यह स्थान मनाली-लेह के मुख्यमार्ग में पड़ता है। इसे लाहोल और स्पीति जिलों का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। पूरा वर्ष यहां बर्फ की चादर बिछी रहती है। इस सड़क पर अक्सर ट्रैफिक जाम रहती हैं।यह सड़क मई से नवंबर तक आम तौर पर खुला है। यहां हमेशा ही अनुभवी ड्राइवरों पर ही भरोसा करना चाहिए, इस सड़क पर चलने वाले लोग अपनी गाडी की स्पीड कम से कम ही रखते हैं। 

4. किलाड़-किश्तवाड़ रोड

भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर में स्थित किलाड़ से किश्तवाड़ के बीच की सड़क दुनिया की सबसे खतरनाक सड़कों से एक है। यहां कार से जाने का मतलब सीधे-सीधे आत्महत्या करने जैसा है। हिमाचल और जम्मू एवं कश्मीर में स्थित पांगी घाटी में स्थित है। जम्मू क्षेत्र से कश्मीर जाने के लिए तीन रास्ते हैं- पहला जम्मू-श्रीनगर हाईवे, दूसरा है मुगल रोड और तीसरा है किश्तवाड-अनन्तनाग मार्ग। बटोड से डोडा-किश्तवाड 110 किलोमीटर है। पुलडोडा से किश्तवाड लगभग 55 किलोमीटर है। श्रीनगर के रास्ते में सिंथन टॉप दर्रा पड़ता है जो लगभग 3800 मीटर ऊंचा है। सिंथन टॉप रोहतांग का ‘सहोदर’ है। दोनों ही दर्रे पीर पंजाल की श्रंखला में स्थित हैं। किश्तवाड से आगे चेनाब के साथ-साथ यही सड़क पद्दर, पांगी होते हुए लाहौल भी जाती है। बाइक से इसका सफर भी मौत के मुंह में जाने जैसा है। 

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5. मसूरी रोड

देहरादून से मसूरी तक का रास्ता ऊंची ऊंची पहाड़ियों से होकर गुजरता है। लगभग 333 किलोमीटर का यह खतरनाक रास्ता हरे भरे वृक्षों से लदा हुआ है। रोमांच की चाह रखने वालों के लिए यह बहुत ही शानदार सफर है। यदि आप पुणे की पहाड़ियों से होकर मसूरी पहुंचते हैं तो रास्ते का रोमांच आप जिंदगी भर याद रखेंगे।

धनोल्टी से मसूरी का सफर भी बहुत ही खतरनाक और रोमांच भरा है। यहां के घाट और रास्ते में पड़ने वालों गांवों की सकरी गलियों में सफर करना बहुत ही सुखदायक है। घने वृक्षों, बर्फ की पहाड़ी और जंगलों से भरे इस रास्ते के अनुभव यादगार रहेंगे। पहाड़ों पर विहंगम दृश्यों को देखकर आप उसे कभी नहीं भूल पाएंगे। देवभूमि उत्तराखंड तो वैसे ही प्राकृतिक संपदा से भरपूर है, लेकिन यहां के रास्ते बहुत ही खतरों से भरें हुए हैं।

Web Title: Top 5 most dangerous roads in India in hindi

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