ताजमहल देखने जाने का प्लान बना रहे हैं तो पहले जान लें ये 3 नए नियम, दिक्कत से बच पाएंगे

By मेघना वर्मा | Published: April 7, 2018 10:53 AM2018-04-07T10:53:25+5:302018-04-07T10:53:25+5:30

अब 3 घंटे से ज्यादा कोई भी व्यक्ति यहां नहीं रूक सकेगा। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए ये फैसला लिया गया है।

Know The New Rule for visiting Taj Mahal, Agra city | ताजमहल देखने जाने का प्लान बना रहे हैं तो पहले जान लें ये 3 नए नियम, दिक्कत से बच पाएंगे

ताजमहल देखने जाने का प्लान बना रहे हैं तो पहले जान लें ये 3 नए नियम, दिक्कत से बच पाएंगे

दुनिया के 7 अजूबों में शुमार आगरा का ताज महल प्यार की निशानी क्र रूप में जाना जाता है। आगरा के ताजमहल को देखने रोजाना हजारों की संख्या में देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। ताजमहल देश की धरोहरों में गिना जाता है इसलिये इसकी देखरेख के लिए सरकार नए-नए कदम उठा रही है। ताज की चमक और उसका महत्व बनाये रखने के लिए सरकार अपनी ओर से नए नियम भी लागू कर रही है। आज हम आपको ताज को देखने के ऐसे ही 3 नए नियम के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे आपको ताजमहल जाने से पहले आपको पता होना चाहिए। 

ये हैं तीन नए नियम

केवल 40 हजार लोग ही एक साथ कर पाएंगे ताज का दीदार

नए नियम के मुताबिक अब केवल 40,000 लोग ही रोजाना ताजमहल को देख सकेंगे। बता दें कि इससे पहले एक साथ 70 हजार लोग एक साथ ताज के दर्शन कर सकते थे।  इसके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन टिकट उपलब्ध है। लेकिन अब अगर आपके टिकट बुक कराने से पहले  40,000 का कोटा पूरा हो गया होगा तो आपको उस दिन की टिकट नहीं मिल पाएगी।  

15 साल से कम वालों के लिए लेनी होगी जीरो वैल्यू टिकट

15 साल से कम उम्र वाले पर्यटकों को 'जीरो वैल्यू' टिकट लेनी होगी। जिसका कोई चार्ज नहीं होगा लेकिन 40,000 लोगों की कैपासिटी में उन लोगों को काउंट किया जाएगा। तो अगर आप भी ताज घुमने का मन बना रहे हैं तो पहले से ही अपनी और अपने परिवार वालों की बुकिंग करा लें। 

3 घंटे से ज्यादा नहीं रुक पाएंगे

अक्सर ऐसा होता है कि दो लोग या परिवार वाले ताजमहल के पास जाकर घंटों बैठे रहा करते थे लेकिन नए नियम के हिसाब से अब ये करना संभव नहीं होगा। अब 3 घंटे से ज्यादा कोई भी व्यक्ति यहां नहीं रूक सकेगा। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए ये फैसला लिया गया है। अब आप ताज परिसर में सिर्फ 3 घंटे तक ही ताज का दीदार कर सकेंगे। 

ताज के अलावा आगरा के इन जगहों की कीजिये सैर

1. आगरा किला

आगरे का किला मुगल स्थापत्य का शानदार उदाहरण है। ये किला शुरुआत में ईंटों से बना था, जिसे राजपूतों ने बनवाया था। बाद में अकबर ने इस किले को नए सिरे से बनवाया और अपनी राजधानी यहीं बसाई। आगरा के किले में तमाम दर्शनीय भवन है। यहां हर शाम लाइट शो का आयोजन भी होता है।

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2. एत्माद-उद-दौला

यमुना नदी के किनारे इसे नूर जहां ने बनवाया था। नूरजहां-जहांगीर के मुख्य मंत्री यानी वजीर रहे मिर्जा ज्ञास बेग की याद में ये बना है, जिन्हें एत्माद-उद-दौला(प्रशासन का मुख्य स्तंभ) की उपाधि मिली थी। ये सफेद संगमरमर से बना है, पर बनाने के दौरान लालू बालू का भी जमकर उपयोग किया गया है। इतिहासकारों का मानना है कि ताजमहल इस भवन से प्रेरित होकर बना है। इसे मिनी ताजमहल भी करते हैं।

3. सिकंदरा

मुगल बादशाह अकबर का मकबरा यही है, जो 1605-1613 के बीच बनाया गया था। ये मकबरा 119 एकड़ में फैला है। बादशाह अकबर ने अपने जीते जी इस मकबरे को बनाने का आदेश जारी किया था, जिसे उसके बेटे जहांगीर ने पूरा करवाया। ये आगरा के मशहूर पर्यटक स्थलों में से एक है। 

4. दयाल बाग

दयालबाग की स्थापना राधास्वामी सत्संग के पांचवे संत आनन्द स्‍वरूप साहब ने की थी। दयालबाग की स्थापना भी बसन्त पंचमी के दिन 20 जनवरी 1915 को शहतूत का पौधा लगा कर की गई थी। दयालबाग राधास्वामी सत्संग का हेडक्वॉटर है। सन् 1908 ईस्वी में इसका निर्माण आरम्भ हुआ था और कहते हैं कि यह कभी समाप्त नहीं होगा। इसमें भी सफेद संगमरमर का प्रयोग हुआ है।

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5. फतेहपुर सीकरी

रेत का समंदर बन चुका फतेहपुर सीकरी कभी मुगल साम्राज्य की राजधानी रहा। इसे 16वीं शताब्दी में अकबर ने बसाया था।

महज 15 सालों बाद ही पानी की कमी की वजह से मुगल साम्राज्य को अपनी राजधानी आगरा में फिर से स्थापित करना पड़ा था।

Web Title: Know The New Rule for visiting Taj Mahal, Agra city

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