भारतीय संसद (राज्य सभा और लोक सभा) की हर साल होने वाली तीन बैठकों को संसद सत्र कहते हैं। इन सत्रों में सभी विधायी कार्य पूरे किये जाते हैं। भारतीय संविधान के अनुसार संसद के दो सत्रों के बीच छह महीने से ज्यादा अंतराल नहीं होना चाहिए। इस वजह से हर साल संसद के कम से कम दो सत्र जरूर आयोजित होते हैं।संसद का बज़ट सत्र फ़रवरी से मई के बीच आहुत होता है। संसद का मॉनसून सत्र जुलाई से सितम्बर के बीच आहुत होता है। संसद का शीतकालीन सत्र नवंबर से दिसंबर के बीच आयोजित होता है। बज़ट सत्र के दौरान भारत सरकार अपना सालाना या अंतरिम बज़ट पेश करती है। इस बज़ट में सरकार वार्षिक आय और व्यय का लेखा-जोखा पेश करती है। Read More
जामिया में हुई हिंसा के लिए दिल्ली में क्राइम ब्रांच ने जामिया के 7 छात्रों को पूछताछ के लिए आज तलब किया है। जामिया में पिछले साल दिसंबर में नागरिकता कानून संशोधन को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ था। ...
कार्मिक राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया के जुलाई 2014 से अक्तूबर 2019 के बीच विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों के समूह-ए के 96 अधिकारियों और समूह-बी के 126 कर्मचारियों (कुल 222) के वि ...
बजट सत्र का बुधवार (5 फरवरी) को चौथा दिन है। बीते दिन मंगलवार को राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में जब भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने चर्चा की शुरूआज की तब कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने हाल ही में एक चुनावी रैली में दिए ...
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा कि दिल्ली में ऐसी सरकार चाहिए, जो तुष्टिकरण का सहारा न ले बल्कि सीएए, अनुच्छेद 370 और राष्ट्रीय सुरक्षा के तमाम फैसलों पर देश का साथ दे। ...
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग में लेते हुए ओवैसी ने राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) लाने पर कोई निर्णय नहीं होने से जुड़े सरकार के बयान का हवाला दिया और कहा कि प्रधानमंत्री को चुनौती है कि वह सदन में आकर जवाब दे ...
अश्विनी कुमार चौबे ने बताया कि दिसंबर 2019 में बच्चों की मौत की खबरें आने के बाद एक केंद्रीय दल ने राजस्थान कोटा जिले में स्थित जे के लोन अस्पताल और मेडिकल कॉलेज का दौरा किया। ...
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग में लेते हुए कांग्रेस नेता शशि थरूर ने दावा किया कि 1947 में देश की भूमि का बंटवारा हुआ था, लेकिन 2020 में यह सरकार भारत की आत्मा का बंटवारा कर रही है। ...