भारतीय संसद (राज्य सभा और लोक सभा) की हर साल होने वाली तीन बैठकों को संसद सत्र कहते हैं। इन सत्रों में सभी विधायी कार्य पूरे किये जाते हैं। भारतीय संविधान के अनुसार संसद के दो सत्रों के बीच छह महीने से ज्यादा अंतराल नहीं होना चाहिए। इस वजह से हर साल संसद के कम से कम दो सत्र जरूर आयोजित होते हैं।संसद का बज़ट सत्र फ़रवरी से मई के बीच आहुत होता है। संसद का मॉनसून सत्र जुलाई से सितम्बर के बीच आहुत होता है। संसद का शीतकालीन सत्र नवंबर से दिसंबर के बीच आयोजित होता है। बज़ट सत्र के दौरान भारत सरकार अपना सालाना या अंतरिम बज़ट पेश करती है। इस बज़ट में सरकार वार्षिक आय और व्यय का लेखा-जोखा पेश करती है। Read More
दिल्ली की एक अदालत ने निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले में नए सिरे से मृत्यु वारंट जारी करने के संबंध में दायर याचिका पर चारों दोषियों से शुक्रवार तक जवाब मांगा। पढ़ें अन्य बड़ी खबरें... ...
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन कानून (CAA), एनआरसी, जम्मू-कश्मीर, आर्टिकल 370, देश की अर्थव्यवस्था, किसानों के हालात से लेकर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा है। ...
पीएम मोदी ने कहा कि संविधान की वकालत के नाम पर दिल्ली और देश में क्या क्या हो रहा है, वो देश देख भी रहा है, समझ भी रहा है और देश की चुप्पी भी कभी न कभी रंग तो लाएगी ही। ...
संसद के बजट सत्र का आज छठा दिन है। इससे पहले पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की कविता से शुरू करते हुए विपक्ष पर इशारों ही इशारों में हमला बोला। ...
लोकसभाः प्रधानमंत्री ने भाषण के शुरुआत में सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की कविता की कुछ लाइने पढ़ते हुए कहा, 'लीक पर वे चलें जिनके चरण दुर्बल और हारे हैं, हमें तो जो हमारी यात्रा से बने ऐसे अनिर्मित पन्थ प्यारे हैं'। ...
राहुल गांधी ने दिल्ली के चुनावी रैली में कहा था, ''ये दो नरेंद्र मोदी भाषण दे रहे हैं, छह महीने बाद ये घर से नहीं निकल पाएंगे। हिन्दुस्तान के युवा इनको ऐसा डंडा मारेंगे।'' ...
लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा कि हमने जिस तेज गति से काम किया है, उसका परिणाम है कि देश की जनता ने इसे देखा और देखने के बाद, उसी तेज गति से आगे बढ़ने के लिए हमें फिर से सेवा का मौका दिया। ...
इस दौरान पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाई और विपक्ष पर हमला किया है। पीएम मोदी ने कहा अगर कांग्रेस के रास्ते हम चलते ,तो 50 साल बाद भी शत्रु संपत्ति कानून का इंतजार देश को करते रहना पड़ता। ...