निपाह वायरस से होने वाला इन्फेक्शन जानवरों से इंसानों में फैलता है। यह वायरस जानवरों और इंसानों में गंभीर किस्म की बीमारी पैदा करता है। इस वायरस का प्रारंभिक स्रोत फल चूसने वाले चमगादड़ हैं। इस जानलेवा वायरस का कोई इलाज नहीं है। यह मनुष्यों और जानवरों दोनों के लिए जानलेवा बन सकता है। Read More
जानलेवा निपाह वायरस' ने एक बार फिर केरल में दस्तक दे दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, एर्नाकुलम जिले के एक अस्पताल में भर्ती एक मरीज में निपाह वायरस मिलने की बात सामने आई है। इसके बाद से राज्य के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। बता दें कि पिछले साल इस ...
निपाह वायरस के लक्षणों में सांस लेने में परेशानी, दिमागी सूजन, बुखार, सिरदर्द, अनिद्रा, मतली, कमजोरी, विचलन और भ्रम कि स्थिति आदि शामिल हैं। एक मरीज 48 घंटे के भीतर कोमा में जा सकता है। ...
डॉक्टरों का कहना है कि केरल से जो फल दूसरे राज्यों में आ रहे हैं उन्हें खाने से बचना चाहिए. उत्तर भारत में ज्यादातर केले, केरल से आते हैं। ऐसे में इन्हें खाना मौजूदा हालात में सही नहीं है। ...
पिछले कुछ दिनों से केरल में निपाह वायरल ने आंतक मचा रखा है। केरल के कोझिकोड में सबसे पहले इसके मामले देखने में आए थे। जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई थी। ...