गर्मी के मौसम में जब अधिक गर्म और शुष्क हवाएं चलती है, इसे लू कहा जाता है। इस दौरान हवा की गर्मी के कारण तापमान 45 डिग्री सेल्सियस या तक पहुंच जाता है और इसे ही लू या हीट स्ट्रोक कहते हैं। लू की स्थिति उस वक्त पैदा होती है, जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री के ऊपर पहुंच जाता है। यह सामान्य तापमान से 4.5 से 6.4 डिग्री सेल्सियस अधिक होता है। मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 45 डिग्री तक पहुंच जाता है तो लू के हालात पैदा हो जाते हैं। लू या हीट स्ट्रोक लगने के बाद व्यक्ति को तेज बुखार हो जाता है और उसके शरीर का तापमान 104 डिग्री फारेनहाइट या इससे अधिक चला जाता है, जिस कारण कई लोगों की जान तक चली जाती है। Read More
Heatwave grips India: एनसीआरबी के अनुसार, 2022 में ‘‘लू/गर्मी’’ से 730 लोगों की मौत हुई, 2021 में 374 और 2020 में 530 लोगों की मौत हुई। इसके विपरीत, एनसीडीसी के आंकड़ों के अनुसार 2022 में गर्मी से संबंधित मौत की संख्या केवल 33 है, 2021 में गर्मी से क ...
पोलराइज़्ड लेंस वाले सनग्लासेस तेज़ धूप की चकाचौंध और रिफ्लेक्टेड ग्लेयर को कम करते हैं, जिससे ड्राइविंग या पानी के आस-पास गतिविधियों में आंखों को राहत मिलती है। ...