अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी को हर साल देशभर में दशहरा मनाया जाता है। बुराई पर अच्छाई की जीत का संकेत लिए ये त्योहार भगवान श्री राम का कहानी को बताता है जिन्होंने लंका में चले लगातार 9 दिनों तक हुए युद्ध में घमंडी रावण को मार गिराया था। देश के अलग-अलग हिस्सों में इसे मनाने के अलग अंदाज भी विकसित हुए हैं। जहां कुल्लू का दशहरा देश भर में काफी प्रसिद्ध है तो वहीं मैसूर के दशहरे को देखने के लिए भी लोग दूर-दूर से आते हैं। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा सहित कई राज्यों में दुर्गा पूजा को भी इस दिन बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। Read More
विजय दशमी पर इस बार सर्वश्रेष्ठ अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 36 से 12 बजकर 24 तक के मध्य है। इसके मध्य किया गया कोई भी कार्य बिना किसी रुकावट के अपने सर्वश्रेष्ठ फल तक पहुंचेगा। ...
Why do People eat Jalebi on Vijayadashami History: इस बार विजयदशमी का ये पर्व 8 अक्टूबर को पड़ रहा है। हर साल विजयदशमी पर लोग शुभ कार्य आरंभ करते हैं। इस मुहूर्त पर राहु काल का भी कोई दोष नहीं माना जाता। ...
दुर्गा पूजा का पर्व भारत में पूरे धूम धाम से मनाया जाता है. नवरात्री और दुर्गा पूजा के दसवे दिन यानी विजय दशमी को पंडालो में सुहागिन महिलाये दुर्गा माँ को सिन्दूर अर्पित करती है. साथ ही पान और मिठाई का भोग लगाती है. इसके बाद एक दूसरे को सिंदूर लगाती ...