‘चंद्रयान-2’ के लैंडर ‘विक्रम’ के चांद की सतह को छूने से चंद मिनटों पहले जमीनी स्टेशन से उसका संपर्क टूट जाने के बाद इसरो ने कहा था कि लैंडर से संपर्क टूटने के बावजूद भी मिशन 95 फीसदी सफल रहा। ...
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के. सिवन ने अधिकारिक तौर पर इस बात का ऐलान किया था कि चंद्रयान-2 मिशन ने अपना 98 फीसदी लक्ष्य हासिल किया है। लेकिन चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने में विफल रहा। ...
नासा के LROC ऑर्बिटर ने 17 सितंबर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास से गुजरने के दौरान वहां की कई तस्वीरें ली, जहां चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर ने उतरने का प्रयास किया था। नासा का ऑर्बिटर एक बार फिर अक्टूबर में यहां की तस्वीरें लेने की कोशिश करेगा। ...
अब तक तीन भारतीय अंतरिक्ष में जा चुके हैं. इसमें वर्ष 1984 में राकेश शर्मा सोवियत रूस की मदद से अंतरिक्ष में गए थे. इसके अलावा भारत की कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स ने भी भारत का नाम इस क्षेत्र में रोशन किया है. ...
नासा की जेट प्रणोदन प्रयोगशाला (जेपीएल) में कार्यरत एनी डेवरॉक्स अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के मंगल मिशन 2020 से जुड़ी अग्रणी उड़ान प्रणाली इंजीनियर हैं। डेवरॉक्स ने बुधवार को यहां अमेरिकन सेंटर में कहा, ‘‘भारतीय वैज्ञानिकों ने बहुत अच्छा काम किया। काफी ...
चंद्रयान-2 प्रोजेक्ट की लागत कुल 978 करोड रुपए जिसमें उपग्रह की लागत 603 करोड़ और प्रक्षेपण यान की लागत 375 करोड रुपए थी. 3877 किलोग्राम वजने के चंद्रयान 2 को 22 जुलाई को जीएसएलवी मार्क 3 एम 1 के जरिए चांद पर भेजा गया था. ...