Chandrayaan 2: कुछ वैज्ञानिकों द्वारा सवाल उठाए जाने के बाद इसरो चीफ सिवन ने एक बार फिर कहा- ऑर्बिटर बहुत बढ़िया काम कर रहा है
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: September 26, 2019 01:35 PM2019-09-26T13:35:18+5:302019-09-26T14:10:24+5:30
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) प्रमुख के सिवन ने भारत के चंद्र मिशन 'चंद्रयान 2' को लेकर कहा है कि ऑर्बिटर बहुत अच्छे से काम कर रहा है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) प्रमुख के सिवन ने चंद्र मिशन 'चंद्रयान 2' को लेकर कहा है कि ऑर्बिटर बहुत अच्छे से काम कर रहा है। सभी पेलोड ऑपरेशन ने काम करना शुरू कर दिया है, यह बहुत अच्छा काम कर रहा है। राष्ट्रीय स्तर की एक समिति विश्लेषण कर रही है कि आखिर लैंडर विक्रम से कहा चूक हुई।
बता दें कि पिछले शनिवार को सिवन ने कहा था कि 'चंद्रयान 2' मिशन 98 फीसदी सफल रहा। सिवन ने ऑर्बिटर का हावाला देकर ही मिशन की सफलता को रेखांकित किया था। उनके इस दावे पर कुछ वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने सवाल भी खड़े किए थे। एक वैज्ञानिक ने सिवन के नेतृत्व और उनकी वैज्ञानिक समझ पर ही सवाल कड़ा कर दिया था। एक वैज्ञानिक ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा था कि बिना किसी गहरे आत्मनिरीक्षण के ऐसे दावा हमें दुनिया के सामने हंसी का पात्र बना देता है।
K Sivan, ISRO Chief:
— ANI (@ANI) September 26, 2019href="https://twitter.com/hashtag/Chandrayaan2?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw" rel="nofollow">#Chandrayaan2
orbiter is doing very well. All payload operations have commenced, it's doing extremely well. We have got no signal from lander but orbiter is working very well. A national level committee is now analysing what really went wrong with the lander. pic.twitter.com/XZKC2KKoNO
बता दें कि पिछले सात सितंबर को चंद्रयान 2 के लैंडर 'विक्रम' को चांद पर उतरना था लेकिन मंजिल से महज करीब 300 मीटर की दूरी पर कुछ ऐसा घटा कि लैंडर अपनी दिशा भटक गया।
इसरो वैज्ञानिक लगातार लैंडर विक्रम से संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं। भारत के इस अभूतपूर्व मिशन पर दुनियाभर की निगाहें थीं। पिछले दिनों अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने भी इसरो के लिए मदद का हाथ बढ़ाया और विक्रम को खोजने के काम में अपने ऑर्बिटर को लगाया।
इसरो का यह महत्वाकांक्षी मिशन कई मायनों में बड़ी उपलब्धियोंं वाला रहा। इसरो चीफ सिवन बता चुके है कि लैंडर विक्रम द्वारा सूचनाएं नहीं मिलेंगी लेकिन ऑर्बिटर अपना काम सफलतापूर्वक करता रहेगा और अपनी क्षमता के हिसाब सूचनाएं भेजता रहेगा।
इसरो के इस मिशन के लिए देशभर से लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से संवेदनाएं जताई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिशन के पूरी तरह से सफल न होने पर भी इसरो प्रमुख समेत सभी वैज्ञानिकों को ढाढस बंधाई थी।
चंद्रयान 2 मिशन को पहली बार में जितनी सफलता हाथ लग सकी है, वह दुनिया के लिए बहुत बड़ी है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हाल में इसरो चीफ को बुलाकर मुलाकात की और भारत के आगे के अंतरिक्ष अभियानों के बारे में जाना था।