चंद्रयान-2: विक्रम लैंडर ने चंद्रमा पर की थी हार्ड लैंडिंग, नासा ने जारी की सतह की तस्वीरें
By विनीत कुमार | Published: September 27, 2019 08:42 AM2019-09-27T08:42:59+5:302019-09-27T08:42:59+5:30
नासा के LROC ऑर्बिटर ने 17 सितंबर को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास से गुजरने के दौरान वहां की कई तस्वीरें ली, जहां चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर ने उतरने का प्रयास किया था। नासा का ऑर्बिटर एक बार फिर अक्टूबर में यहां की तस्वीरें लेने की कोशिश करेगा।
नासा ने शुक्रवार एक चंद्रयान-2 के लैंडर की साइट की कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए आशंका जताई है कि विक्रम लैंडर की संभवत चांद की सतह पर हार्ड लैंडिंग हुई थी। नासा के मुताबिक उसके लूनर रिकॉनेसेंस ऑर्बिटर कैमरा (LROC) ने भारत के चंद्रयान-2 मिशन के लिए बेहद जरूरी रहे चांद के उस साइट की तस्वीरें ली हैं जहां विक्रम लैंडर को उतरना था। हालांकि, आखिरी मिनटों में संपर्क टूटने के कारण भारत का यह प्रयास असफल हो गया था।
भारत के चंद्रयान-2 मिशन के तहत 7 सितंबर को लैंडर विक्रम को चांद के सतह पर लैंड करना था। चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग का यह भारत का पहला प्रयास था। नासा की ओर से जारी बयान के अनुसार चंद्रमा की सतह पर लैंडर की हार्ड लैंडिंग हुई, यह करीब-करीब स्पष्ट है। हालांकि, नासा को लैंडर की तस्वीरें नहीं मिली हैं। ऐसे में सही लोकेशन का भी पता नहीं चल सका है। नासा के अनुसार उसका ऑर्बिटर एक बार फिर 14 अक्टूबर में विक्रम लैंडर की लैंडिंग साइट के करीब से गुजरेगा और उस समय वहां प्रकाश होगा। ऐसे में बेहतर तस्वीरें मिल सकेंगी।
National Aeronautics and Space Administration (NASA): Our
— ANI (@ANI) September 27, 2019
Lunar Reconnaissance Orbiter mission imaged the targeted landing site of India’s #Chandrayaan2 lander, Vikram. The images were taken at dusk & the team was not able to locate the lander. pic.twitter.com/FBej8ZBjQX
नासा के लूनर रिकॉनिसंस ऑर्बिटर (एलआरओ) अंतरिक्षयान ने 17 सितंबर को चंद्रमा के अनछुए दक्षिणी ध्रुव के पास से गुजरने के दौरान उस जगह की कई तस्वीरें ली, जहां विक्रम ने सॉफ्ट लैंडिग के जरिए उतरने का प्रयास किया था लेकिन एलआरओसी की टीम लैंडर के स्थान या उसकी तस्वीर का पता नहीं लगा पाई।