अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने तालिबान के साथ वार्ता से पीछे हटने की वजह पांच सितंबर को काबुल में तालिबान द्वारा किया गया हमला बताया है जिसमें एक अमेरिकी सैनिक समेत 12 लोग मारे गए. ...
व्हाइट हाउस में पत्रकारों ने जब ट्रंप से पूछा कि क्या हमजा की मौत में अमेरिका की कोई भूमिका थी, तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं कर सकता, लेकिन वह हमारे देश के लिए बहुत ही खतरनाक था। वह हमारे देश के बारे में बहुत बुरी बातें कह रहा ...
बलूच मानवाधिकारी परिषद (बीएचआरसी) की तरफ से यहां के ब्रोकन चेयर स्मारक इलाके में आयोजित ‘बलूचों की हत्या बंद करो’ अभियान ऐसे समय में चलाया गया जब संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) का 42वां सत्र चल रहा था। ...
रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास ने तालिबान के कतर स्थित प्रवक्ता सुहैल शाहीन के हवाले से कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने अफगानिस्तान को लेकर राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के दूत जमीर काबुलोव के साथ चर्चा की। ...
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने स्वीकार किया है कि 1980 के दशक में अफगानिस्तान में रूस के खिलाफ लड़ने के लिए पाकिस्तान ने जेहादियों को तैयार किया। ...
अमेरिका ने यह कदम काबुल में पिछले सप्ताह हुए हमले की जिम्मेदारी तालिबान द्वारा लेने के बाद उठाया है। इस हमले में अमेरिका का एक सैनिक भी मारा गया था। वार्ता रद्द करने के फैसले के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा, ‘‘ उन्होंने (तालिबान) सोचा कि बातचीत ...
पिछले दिनों राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अगर तालिबान के साथ शांति समझौता हो जाता है तो अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की संख्या घटकर 8,600 हो जाएगी और उनकी स्थायी मौजूदगी बनी रहेगी। ...