लंदन, 14 जुलाई: केविन एंडरसन शुक्रवार को अमेरिका के जॉन इस्नर को विंबलडन इतिहास के सबसे लंबे चले सेमीफाइनल में 7-6 (8/6), 6-7 (5/7), 6-7 (9/11), 6-4, 26-24 हराते हुए 97 सालों में विंबलडन के फाइनल में पहुंचने वाले पहले दक्षिण अफ्रीका खिलाड़ी बन गए। क्वॉर्टर फाइनल में रोजर फेडरर को हराने वाले आठवीं वरीयता प्राप्त एंडरसन ने 6 घंटे 36 मिनट लंबे चले मैराथन मुकाबले में जॉन इस्नर को मात दी। ये ग्रैंड स्लैम इतिहास का दूसरा सबसे लंबा मैच है।
संयोग से ग्रैंड स्लैम इतिहास के सबसा लंबे मैच खेलना का रिकॉर्ड जॉन इस्नर के ही नाम है। इससे पहले 2010 के विंबलडन के पहले राउंड के सिंगल्स मैच में इस्नर ने निकोलस माहुत को 11 घंटे पांच मिनट लंबे तीन दिन तक चले मुकाबले में मात दी थी।
1921 में ब्रायन नॉर्टन के फाइनल में पहुंचने के बाद से विंबलडन फाइनल में पहुंचने वाले पहले दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी बने एंडरसन का मुकाबला रविवार को राफेल नडाल और नोवका जोकोविच के बीच खेले जाने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।
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हालांकि नॉर्टन के बाद दक्षिण अफ्रीका के केविन कूरन 1985 के विंबलडन फाइनल में पहुंचे थे लेकिन तब तक वह अमेरिकी नागरिकता ले चुके थे। अब फाइनल में एंडरसन का सामना नडाल और जोकोविच में से किसी एक से होगा, ये दोनों खिलाड़ी अब तक कुल मिलाकर 29 ग्रैंड स्लैम जीत चुके हैं।
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इस मैच से पहले 2012 के बाद से हुए 11 मुकाबलों में एंडरसन ने इस्नर को सिर्फ तीन बार हराया था जबकि उन्हें पांच बार सीधे सेटों में हार मिली थी।