फ्रेंच ओपन: सेरेना विलियम्स Vs मारिया शारापोवा, जानिए दोनों के बीच हुए मुकाबलों का दिलचस्प इतिहास
By विनीत कुमार | Published: June 4, 2018 02:20 PM2018-06-04T14:20:59+5:302018-06-04T14:36:06+5:30
टेनिस के कोर्ट में दोनों 22वीं बार आमने-सामने होंगी। हालांकि, दोनों ही दिग्गज खिलाड़ियों के लिए यह मुकाबला आसान नहीं होने वाला है।
नई दिल्ली, 4 जून: साल के दूसरे ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंट फ्रेंच ओपन का रोमांच बढ़ने लगा है। विमेंस सिंगल्स के चौथे दौर (टॉप-16) के मुकाबले शुरू हो चुके हैंऔर आज (सोमवार) इसमें सबसे बड़ा मैच अमेरिकी दिग्गज सेरेना विलियम्स और रूस की मारिया शारापोवा के बीच होना है। इसका मतलब ये हुआ कि एक स्टार महिला खिलाड़ी आज फ्रेंच ओपन से बाहर हो जाएगी।
सेरेना और शारापोवा के सामने चुनौती
टेनिस के कोर्ट में दोनों 22वीं बार आमने-सामने होंगी। हालांकि, दोनों ही दिग्गज खिलाड़ियों के लिए यह मुकाबला आसान नहीं होने वाला है। ऐसा इसलिए दोनों फिलहाल वापसी के दौर में ही हैं।
शारापोवा डोपिंग विवाद के बाद लगातार दमदार वापसी की कोशिश कर रही हैं, वहीं सेरेना मां बनने के बाद पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट में खेल रही हैं। इस बीच शारापोवा की किताब में सेरेना को लेकर कुछ कमेंट्स ने भी मैच को मसालेदार बना दिया है। (और पढ़ें- राशिद खान का एक और कारनामा, टी20 में 50 विकेट पूरे कर बना दिया ये वर्ल्ड रिकॉर्ड)
सेरेना Vs शारापोवा
दोनों के बीच के मुकाबले के रिकॉर्ड को देखें तो सेरेना का पलड़ा कहीं ज्यादा भारी है। अपने करियर में 23 ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुकीं सेरेना 21 बार रूसी दिग्गज से भिड़ी हैं। इसमें 19 बार सेरेना विलियम्स विजयी रही हैं जबकि केवल 2 बार मारिया शारापोवा ने जीत हासिल की है। मारिया शारापोवा के नाम अभी पांच ग्रैंड स्लैम खिताब हैं। शारापोवा ने आखिरी बार फ्रेंच ओपन 2014 में जीता था। वहीं, सेरेना के नाम तीन फ्रेंच ओपन खिताब हैं और उन्होंने इसे आखिरी बार 2015 में जीता।
सेरेना और शारापोवा के बीच ये हैं दिलचस्प मुकाबले
विंबलडन फाइनल (2004): दोनों दिग्गज खिलाड़ियों के बीच हुए मुकाबलों का सबसे दिलचस्प और हैरान करने वाला मुकाबला रहा है। तब 17 साल की रहीं मारिया शारापोवा ने पिछले दो बार की चैम्पियन सेरेना को 6-4, 6-1 से हराकर सनसनी मचा दी थी और अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीता। (और पढ़ें- पहले गोल के बाद जश्न मनाते हुए पाकिस्तानी प्रशंसकों की तरफ दौड़ पड़े थे सुनील छेत्री)
लंदन ओलंपिक फाइनल (2012): सेरेना का इस पूरे मैच में दबदबा दिखा और उन्होंने मारिया शारापोवा को 6-0, 6-1 से हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया। वैसे गौर करें तो ये मुकाबला विंबलडन कोर्ट में ही खेला गया जहां सेरेना का दबदबा रहा है। सेरेना ने अपने करियर मे सात बार विंबलडन खिताब जीते हैं।
फ्रेंच ओपन फाइनल (2013): मारिया शारापोवा इस टूर्नामेंट में खिताब की बड़ी दावेदार मानी जा रही थीं। तब वह डिफेंडिंग चैम्पियन भी थी। लेकिन सेरेना ने सारी अटकलों को गलत साबित करते हुए 6-4, 6-4 से जीत दर्ज की और अपना 16वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीता। मारिया फिर अगले साल दोबारा फ्रेंच ओपन पर कब्जा करने में कामयाब रहीं।
ऑस्ट्रेलियन ओपन क्वॉर्ट फाइनल (2016): इस दौर तक आते-आते शारापोवा का खेल फैंस को निराश करने लगा था। शारापोवा अपने फॉर्म से लगातार जूझ रही थीं। यही हुआ भी और सेरेना ने मैच 6-4, 6-1 से आसानी से जीता। यही अब तक इन दोनों के बीच आखिरी मैच भी है। (और पढ़ें- FIFA World Cup: क्या रोनाल्डो दिलाएंगे अपने देश को पहला खिताब? फीके रिकॉर्ड पर उम्मीदों का बोझ)