हैदराबाद: तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम पार्टियों ने कमर कस ली है और जनता को लुभाने में जुट गई है। 30 नवंबर को होने वाले तेलंगाना विधानसभा चुनाव के संबंध में एक तेलुगु समाचार चैनल द्वारा आयोजित एक खुली बहस का आयोजन किया गया जिसमें नेताओं की हैरान करने वाली करतूत सामने आई।
दरअसल, बुधवार को आयोजित इस डिबेट में एक बीआरएस विधायक और उनके भाजपा प्रतिद्वंद्वी के बीच हाथापाई हो गई। गनीमत ये रही कि अन्य लोगों और पुलिस द्वारा मामले के संभालते हुए जल्द ही दोनों नेताओं को अलग कर दिया गया। हालांकि, इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
राज्य भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने आरोप लगाया कि हैदराबाद के कुथबुल्लापुर से बीआरएस विधायक केपी विवेकानंद ने कुना निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार श्रीशैलम गौड़ पर हमला किया था क्योंकि वह उनके द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देने में असमर्थ थे।
रेड्डी ने एक बयान में कहा, विवेकानन्द द्वारा गौड़ पर हमला करना, उनका गला पकड़कर कायरतापूर्ण कार्य है। उन्होंने कहा कि पुलिस को बीआरएस विधायक के खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए वरना भाजपा कानूनी लड़ाई लड़ेगी।
दूसरी ओर, बीआरएस के प्रवक्ता श्रवण दासोजू ने आरोप लगाया कि गौड़ ने बीआरएस विधायक के पिता का संदर्भ दिया, हालांकि दोनों को बहस के दौरान शालीनता और मर्यादा बनाए रखनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि विवेकानंद एक निवर्तमान विधायक हैं जबकि श्रीशैलम गौड़ पहले विधायक थे। उन दोनों से अपेक्षा की जाती है कि वे शालीनता, शालीनता बनाए रखें और संयमित रहें।
दासोजू ने कहा कि गौड़ को सबसे पहले विवेकानन्द के माता-पिता पर हमला करके बहस नहीं चलानी चाहिए थी और सत्ताधारी पार्टी के विधायक को अपने प्रतिद्वंद्वी पर हमला नहीं करना चाहिए था। दोनों समझदार हो सकते थे और महसूस कर सकते थे कि पूरी दुनिया उन्हें देख रही है।