स्मार्टफोन से जुड़े हैकिंग के तो कई मामले आपने सुने होंगे। लेकिन ये हैकिंग अधिकतर स्मार्टफोन के सॉफ्टवेयर या फिर किसी थर्ड पार्टी ऐप के जरिए होती है। लेकिन इस बार स्मार्टफोन में दिए जाने वाले हार्डवेयर के जरिए हैकिंग की खबर सामने आई है। ये हार्डवेयर क्वॉलकॉम कंपनी का बनाया गया चिपसेट है।
क्वॉलकॉम के चिपसेट में आने वाले बग के कारण दुनियाभर के लगभग 40 फीसदी यानी करीब 300 करोड़ एंड्रॉयड स्मार्टफोन पर सिक्योरिटी का खतरा है। इसकी जानकारी सिंगापुर की एक एजेंसी ने दी है।
सिक्योरिटी एजेंसी चेक प्वाइंट ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि स्नैपड्रैगन के प्रोसेसर में डिजिटल सिग्नल प्रोसेसर (DSP) में एक बग है। यह बग एंड्रॉयड फोन में स्पाईवेयर (जासूसी वाले सॉफ्टवेयर) इंस्टॉल करने में सक्षम है। इस बग के कारण गूगल, सैमसंग, एलजी, शाओमी और वनप्लस के करोड़ों फोन हैकर्स के निशाने पर हैं। गूगल की रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल 2019 तक पूरी दुनिया में 2.5 बिलियन एक्टिव एंड्रॉयड फोन हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक इस बग का फायदा उठाकर हैकर्स यूजर के फोन में स्पाईवेयर इंस्टॉल कर सकते हैं। एक बार स्पाईवेयर स्मार्टफोन में इंस्टॉल होने के बाद हैकर्स कॉलिंग, कॉन्टेक्ट लिस्ट, फोटोज, लोकेशन और माइक्रोफोन डाटा की जानकारी रिमोटली हासिल कर सकते हैं।
इस बग के बारे में क्वॉलकॉम को भी जानकारी हो गई है और कंपनी ने इस समस्या को हल करने के लिए इससे जुड़ी को काम पर लगा दिया है। क्वॉलकॉम ने इस बग के बारे में शाओमी, एलजी, गूगल और सैमसंग जैसे अपने ग्राहकों को भी इस बग के बारे में जानकारी दे दी है।
जानकारी के मुताबिक क्वॉलकॉम में पाए गए इस बग को एक अपडेट के जरिए फिक्स किया जाएगा। हालांकि यह अपडेट कब तक जारी होगा इसके बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।