प्रतिस्पर्धा में सीमित हो रही आमदनी के साथ काम करना मुश्किल: वोडाफोन-आइडिया सीईओ
By भाषा | Published: November 22, 2018 06:48 PM2018-11-22T18:48:14+5:302018-11-22T18:48:14+5:30
वोडाफोन आइडिया दोनों कंपनियों के विलय के बाद पहली बार बात करते हुए वोडाफोन आइडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बालेश शर्मा ने बृहस्पतिवार को कहा कि तीनों प्रमुख आपरेटरों को पैसा फूंकना पड़ रहा है ऐसी स्थिति में उनसे निवेश की उम्मीद नहीं कर सकता।
उपभोक्ताओं की संख्या के हिसाब से देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया का मानना है कि आक्रामक प्रतिस्पर्धा की वजह से बाजार में टिकना अब काफी मुश्किल हो गया है। इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि यह स्थिति सरकार के डिजिटल इंडिया जैसे प्रमुख कार्यक्रमों के रास्ते में बाधा है।
दोनों कंपनियों के विलय के बाद पहली बार बात करते हुए Vodafone Idea के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बालेश शर्मा ने बृहस्पतिवार को कहा कि तीनों प्रमुख आपरेटरों को पैसा फूंकना पड़ रहा है ऐसी स्थिति में उनसे निवेश की उम्मीद नहीं कर सकता। शर्मा ने तीनों प्रमुख ऑपरेटरों के प्रति ग्राहक औसत राजस्व (एआरपीयू) में कमी को नकदी के प्रवाह के संकट की प्रमुख वजह बताया।
रिलायंस जियो का एआरपूीयू घटकर 131 रुपये और एयरटेल का 100 रुपये के निचले स्तर पर आ गया है। इस वजह से ऑपरेटर नेटवर्क में पर्याप्त निवेश नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश चीन में आपरेटरों की प्रति ग्राहक आय काफी ऊंची है, जिससे वहां की दूरसंचार कंपनियों भविष्य में निवेश करने को लेकर संतोषजनक स्थिति में हैं।
शर्मा ने कहा कि घरेलू बाजार में कीमतों की स्थिति कब सुधरेगी इसको लेकर स्थिति साफ नहीं है। शर्मा ने कहा कि कंपनी दोनों कंपनियों के विलय से अनुमानित 14,000 करोड़ रुपये की बचत वित्त वर्ष 2020-21 तक पाने की उम्मीद कर रही है। कंपनी ने इस अनुमानित लक्ष्य को दो साल पहले कर दिया है।
कंपनी विलय से लाभ के लिए कई पहल की हैं। मसलन टावरों का बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जाएगा। अगले दो वित्त वर्ष के लिए कंपनी 27,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
उन्होंने कहा कि कंपनी मार्च तक स्पेक्ट्रम शुल्क और ब्याज के रूप में 3,000 करोड़ रुपये का भुगतान करने को प्रतिबद्ध है। वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी 12,000 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी। बंबई शेयर बाजार में बृहस्पतिवार को वोडाफोन आइडिया का शेयर 7 प्रतिशत टूटकर 41.45 रुपये पर आ गया।