PayTm ने दिया यूजर्स को तोहफा, यहां चालान कटा तो आसानी से कर सकेंगे पेमेंट
By जोयिता भट्टाचार्या | Updated: March 1, 2019 16:49 IST2019-03-01T16:49:35+5:302019-03-01T16:49:35+5:30
पेटीएम यूजर्स और संबंधित विभागों के लिए यह बहुत राहत भरा कदम है। इस प्रकार बहुत सा समय और प्रयास बचेगा अन्यथा चालान भुगतान करने के लिए तयशुदा यातायात विभाग केन्द्रों तक सफर करना पड़ता है। दूसरी ओर इससे यातायात पुलिस के संसाधन चालान एकत्रित करने की गतिविधियों से मुक्त हो जाएंगे।

Paytm Traffic Challan Payments Now Using in Noida
भारत की सबसे बड़ी डिजिटल पेमेंट्स कंपनी PayTm ने आज घोषणा की कि अपने प्लैटफॉर्म पर डिजिटल चालान भुगतान के लिए उसने नोएडा ट्रैफिक पुलिस के साथ रणनीतिक सहभागिता की है। इस सहभागिता से नोएडा में यातायात नियमों को उल्लंघन करने वाले लोग पेटीएम वैब और मोबाइल ऐप के जरिए आसानी से ई-चालान भुगतान कर पाएंगे।
पेटीएम यूजर्स और संबंधित विभागों के लिए यह बहुत राहत भरा कदम है। इस प्रकार बहुत सा समय और प्रयास बचेगा अन्यथा चालान भुगतान करने के लिए तयशुदा यातायात विभाग केन्द्रों तक सफर करना पड़ता है। दूसरी ओर इससे यातायात पुलिस के संसाधन चालान एकत्रित करने की गतिविधियों से मुक्त हो जाएंगे। इसके अलावा इससे चालान संग्रहण ज्यादा पारदर्शी बनेगा और यातायात विभाग को अपनी प्रक्रियाएं व्यवस्थित करने में भी मदद मिलेगी।
पेटीएम के सीओओ किरन वासिरेड्डी ने कहा, "हमने 2017 में डिजिटल यातायात चालान भुगतान फीचर लांच किया था और तब से हमें अपने उपभोक्ताओं से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। अब तक हम सभी सूचीबद्ध यातायात निकायों के लिए 20 लाख से ज्यादा ट्रांज़ेक्शन प्रोसैस कर चुके हैं। खास तौर पर नोएडा यातायात विभाग के साथ हमारी सहभागिता से दिल्ली एनसीआर में हमारी शुरुआत हो चुकी है और हमारी इस पहल को महत्वपूर्ण बल मिला है। इस क्षेत्र में इस सेवा के विस्तार के लिए हम यातायात विभाग को धन्यवाद देते हैं।"
वर्तमान में पांच राज्यों में पेटीएम का यातायात चालान फीचर उपयोग किया जा रहा है, जो हैं- महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल। अब इस सहभागिता में उत्तर प्रदेश भी जुड़ गया है और यह संख्या 6 हो चुकी है। पेटीएम अब तक तकरीबन 20 लाख चालानों का भुगतान अपने प्लैटफॉर्म पर प्रोसैस कर चुका है। अपनी इस नई सहभागिता के साथ पेटीएम का लक्ष्य इस कैलेंडर वर्ष के अंत तक 30 लाख से अधिक चालान भुगतानों को प्रोसैस करना है।
