एयर क्वालिटी कब हो जाती है आपके लिये खतरनाक, ये एप्स करेंगे आपकी मदद, बतायेंगे आपके इलाके के हवा की गुणवत्ता
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 4, 2019 12:33 PM2019-11-04T12:33:52+5:302019-11-04T12:33:52+5:30
वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिये 4 नवंबर से दिल्ली में ऑड-ईवन लागू किया गया है। अधिकांश लोगों का मानना है कि यह कोई स्थायी समाधान नहीं है लेकिन कुछ दिनों के लिये इसे कम किया जा सकता है।
दिल्ली में बढ़े प्रदूषण के बीच देशभर में वायु प्रदूषण की चर्चा शुरू हो गई। ऐसा नहीं है कि सिर्फ दिल्ली का ही वायु प्रदूषित है। उत्तर प्रदेश के लखनऊ, कानपुर सहित कई अन्य राज्य प्रदूषण की चपेट में हैं। ये प्रदूषण सभी के स्वास्थ्य के लिये हानिकारक है। उनके लिये और भी ज्यादा जिनको पहले से श्वांस संबंधी कोई भी परेशानी है।
ऐसे में आप भी अपने आस-पास के एरिया का औऱ जहां रह रहे हैं वहां वायु का प्रदूषण खुद भी चेक कर सकते हैं। इसके लिये नीचे दिये गये सारणी से इसको समझिये-
एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) | स्थिति | रंग (जिससे दर्शाया जाता है) |
0-50 | बढ़िया | ग्रीन |
51-100 | मध्यम | येलो |
101-150 | श्वांस संबंधी मरीजों के लिये खतरनाक | ऑरेंज |
151-200 | सभी के लिये नुकसानदायक | रेड |
201-300 | बहुत ज्यादा नुकसानदायक | पर्पल |
301-500 | खतरनाक | मरून |
स्मार्टफोन यूजर्स अपने फोन का इस्तेमाल करते हुये अपने आस-पास के क्षेत्र में प्रदूषण का लेवल चेक कर सकते हैं। इसके लिये कई तरह के एप मौजूद हैं। इनमें breezometer, AirVisual, सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड का समीर (Sameer) एप प्रमुख हैं।