Alert: Google बिना यूजर की जानकारे के इन एप्स से लगातार ले रहा है डेटा, रिसर्च ने किया चौंकाने वाला खुलासा
By आजाद खान | Updated: March 23, 2022 16:22 IST2022-03-23T15:48:30+5:302022-03-23T16:22:18+5:30

फोटो सोर्स: ANI
दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी गूगल (Google) पर यूजर के डेटा को बिना अनुमति लेने की बात सामने आई है। यह खुलासा ट्रिनिटी कॉलेज के कम्प्यूटर साइंस के प्रोफेसर डगलस लीथ (Douglas Leith) द्वारा की गई है। लीथ के मुताबिक, Android डिवाइसेज में आने वाले प्री-इंस्टॉल्ड ऐप्स- Google Dialer और Message से यूजर का डेटा डायरेक्ट गूगल के पास जा रहा है। उनका यह भी कहा कि उन्होंने इसके बारे में गूगल से बात की थी और इसकी जानकारी दी थी। लीथ ने यह खुलासा पिछले साल किया था जिसे लेकर अब विवाद शुरू हो रहा है।
क्या है पूरा मामला
इसके बारे में प्रोफेसर डगलस लीथ (Douglas Leith) ने अपने रिसर्च पेपर “What Data Do The Google Dialer and Messages Apps on Android Send to Google?” में खुलासा किया है। रिसर्च पेपर के जरिए लीथ का कहना है कि कैसे दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी अपनी यूजर के डेटा को प्री-इंस्टॉल्ड ऐप्स- के जरिए जमा कर रही है और इस बात की जानकारी यूजर्स को नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि गूगल मैसेज के लिए SHA26 हैश टाइमस्टाम्प के साथ, कॉन्टैक्ट डिटेल, कॉल लॉग (इनकमिंग और आउटगोइंग) और कॉल ड्यूरेशन को अपने पास सेव करता है।
किया था गूगल को सुचित-लीथ
मामले में लीथ ने बताया कि वे अपने इस फाइंडिंग्स के बारे में गूगल को सूचित भी किया था जिस पर कंपनी ने मैसेज हैश के जरिए डेटा कलेक्शन सिक्वेंसिंग बग को डिटेक्ट करने के लिए किया जाता है। लीथ का यह भी दावा है कि गूगल प्री-इंस्टॉल्ड ऐप्स के जरिए यूजर के डेटा को जमा करता है और वह इस बात को नजरअंदाज करता है जो कि यूजर के प्राइवेसी पॉलिसी का उल्लंघन है। वहीं गूगल ने लीथ के फाइंडिंग्स पर बोलते हुए कहा कि वे मैसेज हैश के जरिए डेटा कलेक्शन केवल सिक्वेंसिंग बग को डिटेक्ट करने के लिए करता है।