Ayodhya Verdict: व्हाट्सऐप ग्रुप पर कोई शेयर ना करे किसी तरह का विवादित पोस्ट, ग्रुप एडमिन तुरंत कर लें ये सेटिंग
By जोयिता भट्टाचार्या | Updated: November 9, 2019 15:16 IST2019-11-09T15:15:10+5:302019-11-09T15:16:28+5:30
अगर आप भी किसी व्हाट्सऐप ग्रुप के एडमिन हैं और चाहते हैं कि इस केस से जुड़े कोई मैसेज, फोटो, वीडियो या कोई दूसरी फाइल ग्रुप में न आएं तो तुरंत उस ग्रुप की सेटिंग को बदल लें।

व्हाट्सऐप पर किसी विवादित पोस्ट को रोकने के लिए तुरंत कर लें ये सेटिंग
अयोध्या केस मामले में फैसला आने के बाद सुरक्षा एजेंसियां सभी सोशल प्लैटफॉर्म जैसे कि फेसबुक, व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम, वीचैट पर नजर रखे हुए हैं। ऐसे में इन मामलों में सबसे ज्यादा सोशल मीडिया पर तरह-तरह के पोस्ट किए जाते हैं। अगर आप भी किसी व्हाट्सऐप ग्रुप के एडमिन हैं और चाहते हैं कि इस केस से जुड़े कोई मैसेज, फोटो, वीडियो या कोई दूसरी फाइल ग्रुप में न आएं तो तुरंत उस ग्रुप की सेटिंग को बदल लें।
अगर ग्रुप में केस से जुड़ी कोई नेगेटिव एक्टिविटी होती है तो उसके लिए ग्रुप के एडमिन को जिम्मेदार माना जाएगा।
व्हाट्सऐप ग्रुप में करें ये सेटिंग
1- सबसे पहले उस व्हाट्सऐप ग्रुप को ओपन करें जिसके आप एडमिन हो।
2- अब वहां दिए गए तीन डॉट पर क्लिक कर Group Info ऑप्शन पर जाएं।
3- यहां आपको ग्रुप सेटिंग का ऑप्शन नजर आएगा।
4- यहां Edit Group info और Send messages पर जाकर Only admins सिलेक्ट करें।
5- अगर ग्रुप में एक से अधिक यानी कि आपके अलावा अगर कोई एडमिन है तब Edit group admins पर जाकर उन्हें कुछ समय के लिए एडमिन से रिमूव कर दें।
अयोध्या में विवादित राम जन्मभूमि स्थल पर मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ भूमि आवंटित की जाए। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने दशकों से चले आ रहे इस संवेदनशील विवाद का पटाक्षेप कर दिया है।
यह फैसला 17 अध्यायों में बंटा है और 1045 पन्नों में लिखा गया है। संविधान पीठ के अन्य सदस्यों में न्यायमूर्ति एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर शामिल हैं।




