Aircel ने दिवालिया घोषित करने के लिए NCLT को दी अर्जी, यूजर्स को होगा नुकसान
By जोयिता भट्टाचार्या | Updated: March 1, 2018 08:12 IST2018-03-01T08:12:54+5:302018-03-01T08:12:54+5:30
पिछले काफी दिनों से खबर आ रही थी कि कंपनी खुद को बैंकरप्ट घोषित करने की तैयारी कर रही है।

Aircel ने दिवालिया घोषित करने के लिए NCLT को दी अर्जी, यूजर्स को होगा नुकसान
टेलीकॉम दिग्गज एयरसेल ने बुधवार को खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए मुंबई में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) को आवेदन दे दिया है। एयरसेल दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गई है। कंपनी ने बयान जारी करते हुए कहा है कि आर्थिक दृष्टि से दबाव वाले इंडस्ट्री में इस समय उसे काफी संकट का सामना करना पड़ रहा है। आपको बता दें कि पिछले काफी दिनों से खबर आ रही थी कि कंपनी खुद को बैंकरप्ट घोषित करने की तैयारी कर रही है।
एयरसेल ने आगे कहा कि बढ़ते घाटे और ज्यादा कर्ज के कारण कंपनी के कारोबार पर नकारात्मक असर पड़ा है। वहीं इसका असर कंपनी की छवि पर भी पड़ा है जिससे कंपनी की छवि भी प्रभावित हुई। मलेशियाई प्रमोटर कंपनी मैक्सिस कम्यूनिकेशन्स ने कंपनी में निवेश करने से मना कर दिया है।
आपको बता दें कि इकोनॉमिक टाइम्स के हाल ही में आई एक रिपोर्ट में बताया गया था कि 15,500 करोड़ रुपये के कर्ज में डूबी कंपनी जल्द ही खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए आवेदन देने जा रही है। कंपनी को यह फैसला इसलिए लेना पड़ा क्योंकि मैक्सिस अपने शेयरहोल्डर्स और कर्जदाताओं के बीच कोई भी आम सहमति बनाने में नाकामयाब रही।
कहा जा रहा है कि रिलायंस जियो के सितंबर 2016 में लॉन्च होने के बाद से एयरसेल को लगातार घाटे का सामना करना पड़ा है। कंपनी को 6 टेलिकॉम सर्कल्स में अपनी सर्विस बंद करनी पड़ी है। जिसके कारण सैकड़ों लोगों के रोजगार पर संकट गहरा गया है।
अगर NCLT एयरसेल की दिवालिया घोषित करने की अपील पर विचार करता है तो वह एक इनसॉल्वेंसी रेजोल्यूशन प्रोफेशनल नियुक्त करेगा, जिसे 270 दिनों के भीतर कंपनी का रिपेमेंट प्लान तैयार करना होगा। अगर रेजोल्यूशन प्रोफेशनल ट्रिब्यूनल को रिपेमेंट प्लान देने में या उसपर सहमति बनाने में नाकामयाब रहता है तो कंपनी को बैंकरप्ट घोषित करके इसके लिक्विडेशन की प्रकिया शुरू कर दी जाएगी।
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर 2017 के आंकड़ों के अनुसार कंपनी देश की छठी सबसे बड़ी मोबाइल सर्विस ऑपरेटर है और इसके लगभग 8.5 करोड़ उपभोक्ता देशभर में हैं। कंपनी के ठप हो जाने से ग्राहकों पर असर जरूर पड़ेगा।