घर के बाथरूम में की गई ये 10 गलतियां बनाती हैं वास्तु दोष, छिन जाती हैं खुशियां, जानें कैसे करें बचाव
By गुलनीत कौर | Published: April 26, 2019 12:04 PM2019-04-26T12:04:45+5:302019-04-26T12:04:45+5:30
घर का बाथरूम एक ऐसा एरिया होता है जहां पानी का सबसे अधिक इस्तेमाल होता है और पानी वास्तु द्वारा बताए गए महत्वपूर्ण तत्वों में से एक है। इसके बहाव की दिशा गलत होने से घर में आर्थिक संकट आता है।
दिशाओं के प्रयोग से घर के वातावरण को ठीक करने और परिवार के सदस्यों को सुख दिलाने वाले ज्ञान वास्तु शास्त्र में बाथरूम को वास्तु दोष रहित बनाने के भी टिप्स बताए गए हैं। जिस तरह घर के बेडरूम, किचन और एंट्री गेट का परिवार के सदस्यों पर विशेष प्रभाव पड़ता है, ठीक उसी तरह घर के बाथरूम का भी वास्तु दोष मुक्त होना बेहद जरूरी है।
घर का बाथरूम एक ऐसा एरिया होता है जहां पानी का सबसे अधिक इस्तेमाल होता है और पानी वास्तु द्वारा बताए गए महत्वपूर्ण तत्वों में से एक है। घर में पानी का बहाव किस तरफ हो, निकासी कहाँ हो और पानी किस दिशा में बिलकुल भी एकत्रित नहीं होना चाहिए, यह सारा ज्ञान वास्तु शास्त्र से हासिल होता है। तो चलिए जानते हैं कि वास्तु शास्त्र के बाथरूम से जुड़े 10 टिप्स:
1) घर में बाथरूम का निर्माण पश्चिम-दक्षिण दिशा में होना चाहिए। यह बाथरूम के लिए सबसे शुभ दिशा मानी जाती है
2) पश्चिम-दक्षिण एक अलावा घर की उत्तर-पश्चिम दिशा में भी बाथरूम बनवाया जा सकता है। लेकिन इनके अलावा किसी भी दिशा में बाथरूम होना वास्तु अनुसार गलत है
3) बाथरूम के निर्माण के बाद पानी के निकास की बात करें तो इसके लिए बाथरूम की उत्तर या पूर्व दिशा का इस्तेमाल करें। गलती से भी दक्षिण या पश्चिम दिशा में पानी की निकासी ना रखें। इस दिशा में बहता पानी आर्थिक संकट लाता है
4) बाथरूम में शीशा लगाते समय यह ध्यान रखें कि उसका मुंह बाथरूम की ओर नहीं होना चाहिए। इस दिशा में लगा शीशा घर में नकारात्मक ऊर्जा लाता है
5) बाथरूम में रखीं महत्वपूर्ण चीजों में से बाल्टी और टब भी एक है। अगर ये बाथरूम में है तो इसमें हमेशा पानी रखें। इसे खाली रखने से नकारात्मक ऊर्जा आती है
6) वास्तु शास्त्र के अनुसार बाथरूम की दीवारों का रंग भी महत्व रखता है। अगर गलती से बाथरूम गलत दिशा में बनवा लिया हो तो इसकी दीवारों पर नीला रंग करवा लें। यह रंग बाथरूम के वास्तु दोष को भंग करता है
7) बाथरूम की दीवारों के अलावा यहां रखी बाल्टी का रंग भी महत्व रखता है। बाल्टी का रंग हमेशा नीला चुनें। अगर नीला ना हो तो आसमानी रंग भी चुन सकते हैं
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8) अगर बाल्टी में बिजली के कोई उपकरण हैं तो उसे हमेशा दक्षिण, पूर्व दिशा मने रखें। अन्य दिशा में रखने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है
9) बाथरूम में रखी हर चीज को कुछ दिनों में साफ करें। पूरे बाथरूम की साफ सफाई का ध्यान रखें। धूल-मिट्टी वास्तु दोष को उत्पन्न करती है, इसलिए इससे बचें
10) बाथरूम में नल से हमेशा पानी टपकते रहना वास्तु दोष बनाता है। ऐसा होने पर तुरंत नल ठीक कराएं। नल के अलावा बाल्टी, टब, साबुन या शैम्पू रखने वाली ट्रे या कोई अन्य उपकरण जैसे ही खराब हो उसे ठीक कराएं। खराब वस्तुएं वास्तु दोष को आमंत्रित करती हैं