लॉकडाउन के बीच आज आसमान में दिखेगा अद्भुत नजारा, नंगी आंखों से देख सकेंगे सबसे चमकीला शुक्र ग्रह
By मेघना वर्मा | Updated: April 28, 2020 16:54 IST2020-04-28T16:54:41+5:302020-04-28T16:54:41+5:30
सौरमंडल का सबसे चमकीला ग्रह शुक्र 28 अप्रैल को साल के सबसे अधिक चमकदार रूप में दिखाई देगा।

लॉकडाउन के बीच आज आसमान में दिखेगा अद्भुत नजारा, नंगी आंखों से देख सकेंगे सबसे चमकीला शुक्र ग्रह
लॉकडाउन की वजह से इस समय पूरा देश बंद है। वहीं खगोलीप्रेमियों के लिए ये महीना सबसे अच्छा रहा है। आकाश में तरह-तरह की खगोलीय गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। उन्हीं में से एक है जो आज रात यानी 28 अप्रैल को दिखाई देगी।
सौरमंडल का सबसे चमकीला ग्रह शुक्र 28 अप्रैल को साल के सबसे अधिक चमकदार रूप में दिखाई देगा। आज रात शुक्र ग्रह पृथ्वी के सापेक्ष सूर्य से सबसे दूर होगा। इसी वजह से ये ग्रह सबसे ज्यादा चमकदार दिखाई देगा।
खास बात ये है कि शुक्र ग्रह की इस कला को देखने के लिए किसी भी तहर की दूरदर्शी की जरूरत नहीं पड़ेगी।
आप अपनी नंगी आंखों से भी शुक्र ग्रह की ये कला देख सकेंगे। इंदिरा गांधी नक्षत्र शाला के वैज्ञानिक अधिकारी सुमित श्रीवास्तव ने एक मीडिया हाउस को बताया कि यह घटना सूर्यास्त के पहले ही दिखाई देने लगेगी। इसे पश्चिम दिशा की ओर देखा जा सकता है।
क्या होगा समय
सुमित ने बताया कि इस घटना को देखने का सही समय रात 9 बजकर 42 मिनट का होगा। इसी साल 10 जुलाई को शुक्र ग्रह सबसे ज्यादा चमकदार दिखाई देगा। वैज्ञानिकों के मुताबिक शुक्र ग्रह आज अपने सामान्य आकार से 40 गुना ज्यादा चमकदार दिखाई देगा।
इसलिए दिखता है ज्यादा चमकदार
जब सूर्य, शुक्र और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं तो सभी ग्रह कंजंक्शन बनाते हैं। ये युति दो तरह की होती है। इन्फेरियोर और सुपीरियर। मगर शुक्र, सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते समय दो बार पृथ्वी के सापेक्ष दूर दिखाई देता है। उसका कोणीय व्यास बढ़ा हुआ दिखता है। इसी कारण ये ग्रह सामान्य से ज्यादा चमकीला दिखाई देता है।
होगी उल्का बारिश
28 तारीख को ही आकाश में छोटी सी उल्का बारिश भी देखने को मिल सकती है। जिसमे लगभग 5 से 10 उल्काएं या टूटते तारे दिखाई पड़ेंगे। बताया जा रहा है कि रात 9 बजे दक्षिण पूर्व दिशा से ये उल्का वर्षा शुरू होगी। मगर क्षितिज पर होने से ये ज्यादा खूबसूरत नहीं होगी।
वहीं रात में करीब 2.17 पर यह उल्का वर्षा दक्षिण दिशा की तरफ होगी। रात 12 बजे से सुबह 4 बजे तक इस उल्का वर्षा को देखा जा सकेगा। इस उल्का वर्षा में अधिकतम 5 से 10 टूटते तारे ही दिखाई देंगे।