लाइव न्यूज़ :

Shattila Ekadashi: षट्तिला एकादशी व्रत बस दो दिन बाद, आज ही करें सभी तैयारी, जानें शुभ मुहूर्त, कथा और पूजा विधि

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 18, 2020 07:09 IST

Shattila Ekadashi: षट्तिला एकादशी का व्रत इस बार 20 जनवरी को पड़ रहा है। पद्म पुराण के अनुसार षट्तिला एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने, उपवास करने और दान आदि करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।

Open in App
ठळक मुद्देShattila Ekadashi: षट्तिला एकादशी का व्रत 20 जनवरी को हैएकादशी में भगवान विष्णु की पूजा का है विशेष महत्व, षट्तिला एकादशी में तिल का है बहुत महत्व

हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार एक साल में 24 एकादशी के व्रत पड़ते हैं। एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है और इसमें से कुछ एकादशी का महत्व बेहद विशेष है। इसी में से एक षट्तिला एकादशी भी है जो इस बार यानी साल 2020 को 20 जनवरी को पड़ रहा है। 

इस दिन तिल का महत्व विशेष है और तिल के पूजन सहित दान के 6 प्रयोग के कारण ही इसे षट्तिला एकादशी व्रत कहा गया। पद्म पुराण के अनुसार षट्तिला एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने, उपवास करने और दान आदि करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस व्रत से सभी पापों का नाश होता है और साधक बैकुंठ धाम जाता है।

Shattila Ekadashi: षट्तिला एकादशी व्रत में पूजन का शुभ मुहूर्त

षट्तिला एकादशी व्रत 20 जनवरी (सोमवार) को है। दरअसल एकादशी तिथि की शुरुआत 20 जनवरी को तड़के 2.51 बजे हो रही है और ये अगले दिन यानी 21 तारीख को तड़के 2.05 बजे खत्म होगा। ऐसे में सोमवार को पूरे दिन भगवान विष्णु की पूजा का मुहूर्त शुभ है। वैसे जितनी सुबह आप पूजा-पाठ करते हैं, वो ज्यादा बेहतर रहेगा। वहीं, पूजा के बाद अगले दिन पारण का शुभ मुहूर्त सुबह 8 बजे से 9 बजे के बीच है।

Shattila Ekadashi: षट्तिला एकादशी पूजा विधि

एकादशी से पहले वाले दिन सात्विक भोजन ही करें और ब्रह्मचर्य का पालन करें। एकादशी का व्रत निराहार रहकर किया जाता है। हालांकि जरूरत लगने पर आप फल आदि खा सकते हैं। बहरहाल, पूजा के दिन तड़के उठे और स्नान आदि कर भगवान विष्णु की पूजा करें। इस दिन विष्णु जी को तिल और उड़द मिश्रित खिचड़ी का भोग लगाना चाहिए। 

शाम के समय एक बार फिर भगवान विष्णु की पूजा करें और तुलसी के सामने घी के दीपक जलाएं। अगले दिन पारण से पहले अपनी क्षमता के अनुसार दान अवश्य करें और जरूरतमंदों को भोजन भी कराएं। ऐसी मान्यता है कि माघ के महीने में जितना तिल का दान करेंगे, उससे उतने हजार साल तक स्वर्ग में रहने का अवसर मिलेगा। षट्तिला एकादशी के दिन पूजन के दौरान विष्णु सहस्नाम का पाठ जरूर करें। आप पूजन के लिए भगवान विष्णु की प्रतिमा या तस्वीर भी स्थापित कर सकते हैं। 

Shattila Ekadashi: षट्तिला एकादशी व्रत की कथा

इस संबंध में पद्म पुराण की एक कथा है। इसके अनुसार एक महिला भगवान व‌िष्‍णु की परम भक्त थी। वह हर रोज पूरे विधि-विधान और श्रद्धा से उनकी पूजा करती। हालांकि, उसने कभी अन्न का दान नहीं किया। मत्यु के बाद महिला बैकुंठ पहुंची तो उसे खाली कुटिया मिली।

महिला ने जब भगवान विष्णु से पूछा कि उसने तो धर्म-कर्म के सभी काम किये, पूजा पाठ भी मन लगाकर किया फिर ऐसा क्यों? इस पर भगवान विष्णु ने कहा कि तुमने कभी कोई दान नहीं किया और इसलिए ऐसा फल तुम्हे मिला।

विष्णु जी ने कहा कि एक बार मैं भी तुम्हारे पास भिक्षा मांगने आया था लेकिन तुमने ढेला पकड़ा दिया। अब तुम षट्तिला एकादशी व्रत करो तभी तुम्हे  इस कष्ट से छुटकारा मिलेगा। भगवान की बात सुन महिला ने ऐसा ही किया तो उसकी कुटिया अन्न और धन से भर गई और वह बैकुंठ में हंसी-खुशी से रहने लगी।

टॅग्स :एकादशीभगवान विष्णु
Open in App

संबंधित खबरें

पूजा पाठDecember Vrat Tyohar 2025 List: गीता जयंती, खरमास, गुरु गोबिंद सिंह जयंती, दिसंबर में पड़ेंगे ये व्रत-त्योहार, देखें पूरी लिस्ट

भारतCJI गवई ने कड़ी आलोचना के बाद 'भगवान विष्णु से पूछो' वाले बयान पर सफाई दी, कहा 'मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूं'

पूजा पाठJanmashtami 2025: 15 या 16 अगस्त को, कब है जन्माष्टमी? जानें तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा का समय और सबकुछ

पूजा पाठKamika Ekadashi 2025: कामिका एकादशी व्रत 20 या 21 जुलाई को, जानें सही तिथि, पूजा विधि और धार्मिक महत्व

पूजा पाठChaturmas 2025: कब से शुरू हो रहा है चतुर्मास 2025, जानें महत्व और क्या करें क्या नहीं

पूजा पाठ अधिक खबरें

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 06 December 2025: आज आर्थिक पक्ष मजबूत, धन कमाने के खुलेंगे नए रास्ते, पढ़ें दैनिक राशिफल

पूजा पाठPanchang 06 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 05 December 2025: आज 4 राशिवालों पर किस्मत मेहरबान, हर काम में मिलेगी कामयाबी

पूजा पाठPanchang 05 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठPanchang 04 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय