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Sawan 2022: सावन में इन 3 राशिवालों को मिलेगा महादेव का आशीर्वाद, हर कामना होगी पूरी

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 14, 2022 3:40 PM

Sawan 2022: ज्योतिष शास्त्र की गणना के अनुसार, इस बार श्रावण मास तीन राशियों के लिए बेहद ही खास रहने के शुभ संकेत दे रहा है।

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Sawan 2022: सावन का पवित्र महीना 14 जुलाई से शुरू हो चुका है। हिंदू पंचांग में सावन (श्रावण) पांचवा महीना होता है। धार्मिक दृष्टि से यह महीना महत्वपूर्ण माना जाता है। भगवान शिव की भक्ति के लिए सावन का महीना श्रेष्ठ होता है। इस समय श्रृष्टि का संचालन भगवान शिव के हाथों में होता है। शिवभक्त भी अपने आराध्य को मनाने के लिए तमाम तरह के उपाय करते हैं। सावन में ही कांवड़ यात्रा की जाती है। सावन सोमवार के व्रत किए जाते हैं। मान्यता है कि इस महीने में भगवान शिव की पूजा करने से वे शीघ्र प्रसन्न होकर आशीर्वाद प्रदान करते हैं। ज्योतिष शास्त्र की गणना के अनुसार, इस बार श्रावण मास तीन राशियों के लिए बेहद ही खास रहने के शुभ संकेत दे रहा है। ये राशियां इस प्रकार हैं - 

मेष राशि

ज्योतिषी गणना के अनुसार, श्रावण माह मेष राशिवालों के लिए सावन का यह महीना काफी खास रहने वाला है। इस माह आपको महादेव की कृपा प्राप्त होगी। कार्य-व्यवसाय में उन्नति करेंगे। समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। लाभ के अवसर आएंगे। शिवभक्ति की ओर रुझान बढ़ेगा। श्रावण मास में शुभ फल पाने के लिए इस राशि के जातक गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करें। साथ ही भगवान शिव का अभिषेक शहद से करें और गाय को गुड़ खिलाएं। 

मिथुन राशि

मिथुन राशि वाले लोगों के लिए सावन का यह महीना काफी फलदायी साबित होगा। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, जो लोग नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं उनके लिए यह महीना काफी शुभ साबित होगा। व्यापारियों के लिए लाभ के मार्ग प्रशस्त होंगे। निजी जीवन में भी आपको सुखद अनुभव प्राप्त होंगे। श्रावण मास में इस राशि वाले शिवपुराण पढ़ें और कुशोदक से रुद्राभिषेक करें। अन्न का दान करें। 

मकर राशि

सावन के महीने में मकर राशि के जातकों पर शिवजी की कृपा देखने को मिलेगी। इस दौरान नौकरी और व्यवसाय में भारी वित्तीय लाभ कमा सकते हैं। इस महीने लंबे समय से अटके हुए कार्य पूर्ण होंगे। मनोवांछित परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। श्रावण मास में शिव पूजा के समय गंगा जल से भगवान शिवजी का रुद्राभिषेक कराएं। महादेव को बेल-पत्र और धतूरा अवश्य चढ़ाएं। 

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