Shravan 2019: इस बार दूसरे सोमवार को प्रदोष व्रत भी, फिर अगले दिन शिवरात्रि, कई मायनों में शुभ है आने वाला हफ्ता
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 26, 2019 01:14 PM2019-07-26T13:14:53+5:302019-07-26T13:14:53+5:30
इस बार शिवरात्रि 30 जुलाई को है। इससे ठीक एक दिन पहले 29 तारीख को सोमवार व्रत भी है। खास बात ये है कि 29 जुलाई को ही सावन का प्रदोष व्रत भी है।
हर साल की तरह इस बार भी सावन के महीने में हर ओर भगवान शिव की भक्ति की बयार बह रही है। तमाम भक्त भोलेनाथ की भक्ति में जुटे हैं। सड़कों पर भी कांवड़िये का रेला बढ़ता जा रहा है जो सावन खत्म होने तक ऐसे ही नजर आयेगा। इस पूरे महीने में सबसे ज्यादा भक्तों की भीड़ शिवालयों में शिवरात्रि के दिन नजर आती है। इस साल शिवरात्रि 30 जुलाई को पड़ रहा है। खास बात ये है कि इससे ठीक एक दिन पहले 29 तारीख को सोमवार व्रत भी है। खास बात ये है कि 29 जुलाई को ही सावन का प्रदोष व्रत भी है। ऐसे में सावन महीने का ये अगला हफ्ता बेहद खास होने जा रहा है।
सावन 2019: प्रदोष व्रत का महत्व
यह प्रदोष व्रत चूकी सोमवार को पड़ रहा है इसलिए इसे सोम प्रदोष व्रत कहा जाएगा। मान्यता है कि बेचैन और चंचल चित रखने वाले लोगों के लिए यह व्रत काफी फलदायी है। इस व्रत को करने से जीवन में हमेशा सफलता के मौके बढ़ जाते हैं और साधक के बिना किसी बाधा के सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। इस बाद प्रदोष के साथ-साथ सावन मास का दूसरा सोमवार व्रत भी है। इसलिए इसका महत्व और बढ़ गया है। बता दें कि प्रदोष काल उस समय कहते हैं जब सूर्यास्त हो गया हो और अंधेरा भी नहीं हुआ हो। प्रदोष व्रत में इस अवधि में भगवान शिव की पूजा की जाती है।
सावन-2019: अगले हफ्ते सोमवार व्रत के ठीक बाद शिवरात्रि का त्योहार
सावन का दूसरा सोमवार व्रत 29 जुलाई है और इसके ठीक अगले ही दिन (30 जुलाई) शिवरात्रि का त्योहार है। यह मंगलवार का दिन है। दिलचस्प बात ये है कि सोमवार जहां भगवान शिव को समर्पित है वहीं, मंगलवार का दिन माता पार्वती को समर्पित होता है। यह दिन सावन के दूसरे मंगला गौरी व्रत का भी है। ऐसे में अगले हफ्ते के पहले दोनों दिन भक्तों के लिए खास होने जा रहे हैं। इस बार सावन शिवरात्रि पर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 9.10 से दोपहर 2.00 बजे तक है। वैसे यह पूरा दिन ही बहुत शुभ माना गया है।
सावन 2019: सोमवार व्रत और शिवरात्रि की पूजा विधि
सोमवार व्रत और शिवरात्रि दोनों ही व्रतों में उपवास या फलाहार की मान्यता है। ऐसे में साधकों को पूरी तैयारी पहले ही कर लेनी चाहिए। सूर्योदय से पहले उठे। घर आदि साफ कर स्नान करें और साफ वस्त्र पहने। इसके बाद व्रत का संकल्प लें और भगवान को गंगा जल सहित, दूध, बेलपत्र, घतुरा, भांग और दूव चढ़ाएं। इसके अलावा फल और मिठाई भगवान को अर्पण करें। शिवरात्रि के दिन मान्यता है कि रात में भी जागरण करना चाहिए और शिव सहित माता पार्वती और शिव-परिवार की पूजा करनी चाहिए।