लाइव न्यूज़ :

Rang Panchami 2020: रंग पंचमी पर देवता कल खेलेंगे होली, जानिए क्यों होता है ये दिन खास और कैसे मनाया जाता है

By विनीत कुमार | Updated: March 13, 2020 11:53 IST

Rang Panchami 2020: रंग पंचमी के साथ ही होली के उत्सव का भी समापन होता है। कई स्थानों में पर इसे श्री पंचमी भी कहा जाता है।

Open in App
ठळक मुद्देRang Panchami 2020: चैत्र कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है रंग पंचमीमध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में इसे धूमधाम से मनाने की है परंपरा

Rang Panchami 2020: रंग पंचमी का त्योहार हिंदी कैलेंडर के अनुसार हर साल चैत्र कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। होली के पांचवें दिन आने वाले इस त्योहार का महत्व बहुत विशेष है।

इस बार रंग पंचमी 13 मार्च (शुक्रवार) को मनाई जा रही है। इस त्योहार के साथ ही होली के उत्सव का भी समापन होता है। कई स्थानों में पर इसे श्री पंचमी भी कहा जाता है। आमतौर पर ये त्योहार मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में धूमधाम से मनाया जाता है। कहते हैं कि इस दिन देवती अपनी होली मनाते हैं।

Rang Panchami 2020: रंग पंचमी पर देवता खेलते हैं होली

मान्यता है कि रंग पंचमी के दिन जो भी रंग इस्तेमाल होते हैं या उन्हें हवा में उड़ाया जाता है उससे देवता आकर्षित होते हैं। इससे ब्रह्मांड में सकारात्मक तंरगों का संयोग बनता है। पुराणों में ऐसे वर्णन मिलते हैं कि इस दिन देवता गीले रंगों की होली खेलते हैं और एक-दूसरे को रंगों से भिगोते हैं।

ऐसी भी मान्यता है कि रंग और गुलाल से वातावरण में ऐसा माहौल बन जाता है जिससे तमोगुण और रजोगुण का नाश हो जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी की भी पूजा की विशेष परंपरा कई जगहों पर है। रंग पंचमी को पंचतत्वों को सक्रिय करने के त्योहार के तौर पर देखा जाता है। इन तत्वों में हवा, आकाश, पृथ्वी, जल और अग्नि शामिल हैं।

Rang Panchami 2020: कैसे मनाते हैं रंग पंचमी का त्योहार

होली का त्योहार चैत्र मास की कृष्ण प्रतिपदा से पंचमी तक चलता है। इसलिये इसे रंग पंचमी कहा जाता है। महाराष्ट्र में तो होली को ही रंग पंचमी कहा जाता है। महाराष्ट्र में इस दिन का खास महत्व है। महाराष्ट्र के घरों में इस दिन पारंपरिक व्यंजन पूरनपोली बनाया जाता है। 

कुछ जगहों पर दाही हांडी के कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है। मछुआरा समाज में भी इस दिन लोग रंग खेलते हैं और नाचते-गाते हैं। मध्य प्रदेश में भी इस मौके पर कई जगहों पर जुलूस निकाले जाते हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है। लोग एक-दूसरे पर रंग और सुगंध से मिला हुआ जल फेंकते हैं।

ऐसे ही राजस्थान में और खासकर जैसलमेर के महल और मंदिरों में इस अवसर पर खास कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। लोग यहां होली की ही तरह रंगों से खेलते हैं। जयपुर में भी कई कार्यक्रम आयोजित होते हैं।

टॅग्स :होलीहिंदू त्योहार
Open in App

संबंधित खबरें

पूजा पाठMargashirsha Purnima 2025 Date: कब है मार्गशीर्ष पूर्णिमा? जानिए तिथि, दान- स्नान का शुभ मुहूर्त, चंद्रोदय का समय और महत्व

पूजा पाठDecember Vrat Tyohar 2025 List: गीता जयंती, खरमास, गुरु गोबिंद सिंह जयंती, दिसंबर में पड़ेंगे ये व्रत-त्योहार, देखें पूरी लिस्ट

पूजा पाठVivah Panchami 2025: विवाह पंचमी 25 नवंबर को, वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ाने के लिए इस दिन करें ये 4 महाउपाय

भारतदरगाह, मंदिर और गुरुद्वारे में मत्था टेका?, बिहार मतगणना से पहले धार्मिक स्थल पहुंचे नीतीश कुमार, एग्जिट पोल रुझान पर क्या बोले मुख्यमंत्री

पूजा पाठKartik Purnima 2025: कार्तिक पूर्णिमा आज, जानें महत्व, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

पूजा पाठ अधिक खबरें

पूजा पाठगोवा अग्निकांड: कौन हैं सौरभ लूथरा? अरपोरा के बर्च नाइट क्लब के संस्थापक आग में 25 लोगों की मौत के बाद अब पुलिस जांच के दायरे में

पूजा पाठPanchang 07 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 07 December 2025: आज इन 3 राशियों के लिए दिन रहेगा चुनौतीपूर्ण, वित्तीय नुकसान की संभावना

पूजा पाठसभ्यता-संस्कृति का संगम काशी तमिल संगमम

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 06 December 2025: आज आर्थिक पक्ष मजबूत, धन कमाने के खुलेंगे नए रास्ते, पढ़ें दैनिक राशिफल