नागपुर: बाबा ताजुद्दीन की दरगाह बनी एकता की मिसाल, हिन्दू, मुस्लिम, सिख और पारसी मिलकर दे रहे सेवा, देखें तस्वीरें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 24, 2023 08:39 PM2023-08-24T20:39:37+5:302023-08-24T20:45:02+5:30
बाबा ताजुद्दीन के 101वें सालाना उर्स पर देश भर से बाबा के चाहने वाले हर धर्म समुदाय के लोगों ने ताजाबाद में पहुंच कर आस्था प्रकट की.
रियाज अहमद
नागपुर: नागपुर शहर ताजाबाद क्षेत्र में स्थित प्रख्यात सूफी हजरत बाबा ताजुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह सर्वधर्म समभाव की मिशाल है. खास बात यह है कि हिंदू-मुस्लिम, सिखऔर पारसी मिलकर बाबा ताजुद्दीन की दरगाह की सेवा कर रहे है. नागपुर जिला सत्र न्यायालय द्वारा गठित 9 सदस्यीय हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट में मुस्लिमों के अलावा हिन्दू, सिख और पारसी समाज के प्रतिनिधि भी शामिल है.
इस समय बाबा ताजुद्दीन के 101वें सालाना उर्स पर देश भर से बाबा के चाहने वाले हर धर्म समुदाय के लोगों ने ताजाबाद में पहुंच कर आस्था प्रकट की. बाबा का शाही संदल उत्साह से निकाल गया. वहीं सालाना उर्स पर ताजाबाद में लगाया गया भव्य मेला न सिर्फ नागपुर बल्कि देशभर से आने वाले जायरीनों को आकर्षित कर रहा है.
ड्रोन से बनी वीडियो वायरल
बाबा ताजुद्दीन के सालाना उर्स पर दरगाह परिसर और मेला की खूबसूरत फुटेज को ट्रस्ट ने ड्रोन के माध्यम से कैमरे में कैद किया है. यह फुटेज तेजी से वायरल हो रही है. इस फुटेज को सोशल मीडिया पर काफी पसंद भी किया जा रहा है. उर्स का वीव देखते ही आकर्षित कर रहा है.ट
पहली बार साकार हुआ 'अंडरवॉटर फिश टनल'
ताजाबाद के मेले का इस बार सबसे बड़ा आकर्षण अंडरवॉटर फिश टनल है. खास बात यह है कि इस नागपुर में पहली बार साकार किया गया है. मेले के ऑर्गनाइजर राकेश सबरवाल ने कहा कि टनल में दुनिया के सभु प्रजातियों की फिश लाई गई है.
हर धर्म के प्रतिनिधि कर रहे सेवा
हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट के चेयरमैन प्यारे खान ने कहा कि बाबा ताजुद्दीन के उर्स की परचम कुशाई किसी मुस्लिम नहीं बल्कि राजे रघुजी भोसले के हाथों की जाती है. इसी तरह सिख, हिन्दू और पारसी समाज के प्रतिनिधि भी ट्रस्टी के रूप में सेवा दे रहे है. इस बार मेले में फिश टनल जैसे नए प्रयोग आकर्षण का केंद्र है.