Nag Panchami 2020: नागपंचमी पर 300 साल में पहली बार नागचंद्रेश्वर मंदिर रहेगा बंद, यहां नाग के आसन पर बैठे हैं शिव-पार्वती
By गुणातीत ओझा | Updated: July 24, 2020 10:50 IST2020-07-24T10:50:12+5:302020-07-24T10:50:12+5:30
महाकाल मंदिर में नागपंचमी पर पहली बार भगवान नागंचद्रेश्वर के दर्शन के लिए भक्तों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। परिसर में लगी एलईडी, महाकाल एप और कुछ चैनलों पर लाइव दर्शन कराए जाएंगे।

कोरोना संक्रमण के चलते इस साल नागपंचमी पर नागचंद्रेश्वर मंदिर को भक्तों के लिए बंद रखा जाएगा।
उज्जैन। नागपंचमी पर्व 25 जुलाई को मनाया जायेगा। इस वर्ष नागपंचमी पर्व पर श्रद्धालुओं को भगवान श्री नागचंद्रेश्वर की भित्ती प्रतिमा के सीधे दर्शन नहीं हो सकेंगे। श्रद्धालु अपने घरों के टीवी पर विभिन्न चैनलों के साथ श्री महाकालेश्वर मंदिर की वेबसाईट पर लाईव दर्शन कर सकेंगे। श्री नागचंद्रेश्वर भगवान के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का मंदिर में प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है।
श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल के अनुसार समिति की गत बैठक में लिये गये निर्णय अनुसार श्री महाकालेश्वर मन्दिर के तृतीय तल पर स्थित श्री नागचंद्रेश्वर महादेव मन्दिर एवं नागचंद्रेश्वर की भित्ती प्रतिमा के दर्शनों में आम श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन के लिये ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था रहेगी। परम्परा का निर्वहन करने के लिये श्री नागचंद्रेश्वर भगवान की परम्परागत पूजन-आरती यथावत रहेगी। बताया जाता है कि श्री नागचंद्रेश्वर की भित्ती प्रतिमा में भगवान के शेषशायी स्वरूप में शिव परिवार विराजित है यह अद्भूत प्रतिमा नेपाल से लाई जाना बताया जाता है। यह मंदिर वर्ष में एक बार मात्र 24 घंटे के लिए रात 12 बजे उपरांत खोला जाता है।महानिर्वाणी अखाडा की यहां पूजन है और मंदिर के खुलते ही अखाड़ा के महंत पूजन करते हैं। इसके बाद दोपहर में 12 बजे प्रशासनिक पूजन होता है।