Mokshada Ekadashi 2019 : कब है मोक्षदा एकादशी? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
By मेघना वर्मा | Published: December 1, 2019 10:27 AM2019-12-01T10:27:48+5:302019-12-01T10:27:48+5:30
मोक्षदा एकादशी के दिन गीता का पाठ करना बेहद शुभ माना जाता है। इसे गीता एकादशी भी कहा जाता है। माना जाता है कि इस एकादशी के व्रत से पूर्वजों को मुक्ति मिलती है।
हिन्दू धर्म में एकादशी को काफी महत्व दिया जाता है। हर महीने आने वाली दो एकादशी पर लोग भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करते हैं और पूरे विधि विधान के साथ उनका पूजन करते हैं। वहीं मोक्षदा एकादशी एक ऐसी एकादशी है जिसमें श्रीकृष्ण की पूजा भी की जाती है।
इस साल 8 दिसंबर को पड़ने वाली मोक्षदा एकादशी के दिन गीता का पाठ करना बेहद शुभ माना जाता है। इसे गीता एकादशी भी कहा जाता है। माना जाता है कि इस एकादशी के व्रत से पूर्वजों को मुक्ति मिलती है। माना जाता है कि इस एकादशी के व्रत का असर मरने के बाद तक रहता है।
Mokshada Ekadashi 2019 Subh Muhurat: मोक्षदा एकादशी का शुभ मुहूर्त
मोक्षदा एकादशी 2019 तिथि
8 दिसम्बर 2019
मोक्षदा एकादशी 2019 शुभ मुहूर्त
एकादशी प्रारंभ- 7 दिसम्बर 2019 सुबह 6 बजकर 34 मिनट से
एकादशी समाप्त- 8 दिसम्बर 2019 सुबह 8 बजकर 29 मिनट तक
पारण का समय- 9 दिसम्बर 2019 सुबह 7 बजकर 6 मिनट से 9 बजकर 9 मिनट तक
मोक्षदा एकादशी का महत्व
बताया जाता है कि मोक्षदा एकादशी के दिन जो भी मन से पूजन करता है उसके सभी पाप कट जाते हैं। इस दिन भगवान विष्णु की तुलसी की मंजरी, धूप और दीपों से पू्जा की जाती है। कहते इस व्रत को रखने से स्वर्ग के रास्ते खुल जाते हैं। मोक्षदा एकादशी के दिन ही भगवान श्रीकृष्ण ने श्रीमद्भगवद् गीता का वचन कहा था।
मोक्षदा एकादशी की पूजा विधि
1. एकादशी के दिन पूजा करने वाले व्यक्ति को पूर्ण रूप से ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
2. मोक्षदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु के साथ- साथ भगवान श्री कृष्ण की भी पूजा जरूर कीजिए।
3. मोक्षदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें और कथा पढ़ें।
4. सभी पूजा विधि संपन्न करने के बाद भगवान विष्णु की आरती उतारें।
5. मोक्षदा एकादशी के दिन भगवत गीता का भी पाठ करना चाहिए।