Maha Kumbh Mela 2025: सनातन धर्म में प्रसिद्ध पर्वों में से एक महाकुंभ जनवरी 2025 से प्रारंभ होने जा रहा है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा नदी किनारे आयोजित महाकुंभ मेले की तैयारियां जोरों-शोरों पर चल रही है। प्रशासन की ओर से आने वाले भक्तों के लिए तमाम सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है। इस बीच, श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने पर ध्यान केंद्रित करते हुए, अधिकारी संगम पर एक विशेष प्रकार की फ्लोटिंग जेटी का निर्माण कर रहे हैं, जिससे श्रद्धालुओं को आराम से स्नान करने और कपड़े बदलने की सुविधा मिलेगी।
एडीएम मेला विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि इस जेटी में कपड़े बदलने और स्नान करने के लिए आरामदायक जगह जैसी कई सुविधाएं होंगी।
मीडिया से बात करते हुए चतुर्वेदी ने कहा, "प्रयागराज में महाकुंभ मेला, एक ऐसा त्योहार जिसे यूनेस्को द्वारा अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में मान्यता दी गई है। प्रयागराज में जेटी लगाई जा रही हैं। श्रद्धालुओं के लिए बैठने की उचित जगह, चेंजिंग रूम और स्नान क्षेत्र है।" इस बीच, श्रद्धालुओं से लेकर संतों तक सभी के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए बड़ी संख्या में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भी तैनाती की जा रही है। इन प्रयासों के तहत महाकुंभ नगर के परेड ग्राउंड में 100 बेड का अस्पताल लगभग बनकर तैयार हो गया है। सीएम योगी के प्रयागराज आगमन से पहले 10 बेड का आईसीयू भी पूरी तरह तैयार कर चालू कर दिया गया है। ये स्वास्थ्य सुविधाएं महाकुंभ में आने वाले सभी लोगों के लिए सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित करने की राज्य की प्रतिबद्धता का हिस्सा हैं।
केंद्रीय अस्पताल के प्रभारी वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. गौरव दुबे का कहना है कि महाकुंभ में आने वाले तीर्थयात्रियों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं।
उन्होंने कहा, "परेड ग्राउंड में 100 बेड का अस्पताल बनकर तैयार है। सीएम योगी के आगमन से पहले शुक्रवार शाम तक केंद्रीय अस्पताल में 10 बेड का आईसीयू भी पूरी तरह तैयार हो जाएगा। तीर्थयात्रियों की जरूरतों के हिसाब से इस सुविधा को स्थापित करने के लिए सेना और मेदांता अस्पताल ने सहयोग किया है। यह आपातकालीन स्थिति में आवश्यक चिकित्सा सेवा प्रदान करेगा, जिसमें सभी आवश्यक उपकरण पहले से ही लगे हुए हैं।"
डॉ. दुबे ने यह भी बताया कि परेड ग्राउंड में 100 बेड के अस्पताल में चौबीसों घंटे डॉक्टर मौजूद रहेंगे, जिससे असीमित ओपीडी क्षमता होगी। पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के लिए अलग-अलग वार्ड बनाए जा रहे हैं, साथ ही डिलीवरी रूम, इमरजेंसी वार्ड और डॉक्टर रूम भी बनाए जा रहे हैं। ओपीडी, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड और ईसीजी कक्ष सहित परीक्षणों के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है।