Chandra Grahan, January 2020: चंद्र ग्रहण 10 जनवरी की रात कितने बजे से होगा शुरू और कब से लगेगा सूतक, जानें सबकुछ
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 3, 2020 13:26 IST2020-01-03T13:06:27+5:302020-01-03T13:26:32+5:30
Lunar Eclipse: चंद्र ग्रहण का सूतक 9 घंटे और सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है। मान्यता है सूतक काल में किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।

Chandra Grahan 2020: चंद्र ग्रहण 10 जनवरी की रात को लगेगा
Chandra Grahan 2020: इस बार यानी साल 2020 में कुल 4 चंद्र ग्रहण और दो सूर्य ग्रहण लगने जा रहे हैं। साल का पहला चंद्र ग्रहण हालांकि 10 जनवरी को ही है। खासबात ये भी है कि ये ग्रहण भारत में दिखाई देगा। विज्ञान के अनुकार चंद्र ग्रहण तभी लगता है जब सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी आ जाता है। साथ ही चंद्र ग्रहण केवल पूर्णिमा की ही रात को लगता है। आईए, जानते हैं इस बार कब से कब तक रहेगा और चंद्र ग्रहण और क्या है सूतक काल
Chandra Grahan 2020: चंद्र ग्रहण की तारीख और सूतक का समय
चंद्र ग्रहण का प्रारंभ 10 जनवरी की रात को 10.39 बजे से हो रहा है। यह करीब चार घंटे का रहेगा। इस लिहाज से ग्रहण का समापन उसी रात 2.20 बजे होगा। दूसरे शब्दों में कहें तो ग्रहण 11 जनवरी को खत्म हो जाएगा। इस ग्रहण को भारत समेत यूरोप, अफ्रीका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया में देखा जा सकेगा।
चंद्र ग्रहण का सूतक 9 घंटे और सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है। ऐसे में इस बार भी लगने जा रहे चंद्र ग्रहण का सूतक काल 10 जनवरी को 1.30 बजे से शुरू हो जाना चाहिए। हालांकि ये उपच्छाया चंद्र ग्रहण है और इसलिए इस बार सूतक नहीं लगेगा।
मान्यता है सूतक काल में किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। साथ ही भगवान के मंदिर आदि भी इस दौरान बंद कर दिये जाते हैं। यही नहीं, घर में भी भगवान की मूर्तियों को छूने की मनाही होती है।
चंद्र ग्रहण में रखें ये सावधानी
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण में गर्भवती महिलाओं को अपना विशेष ख्याल रखना चाहिए। इस दौरान सोने की मनाही रहती है। साथ ही किसी काम में कैंची, चाकू जैसी धारदार चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
ग्रहण के दौरान भोजन भी नहीं किया जाना चाहिए। हालांकि, बीमार लोगों, बुजूर्गों और छोटे बच्चों के लिए ये नियम मान्य नहीं है। ग्रहण खत्म होने के बाद घर की अच्छे से साफ-सफाई करें। साथ ही पूजा स्थल को भी साफ किया जाना चाहिए।


