Monkeypox in India: केरल में दर्ज हुआ एक और मंकीपॉक्स का मामला, कुल संख्या हुई 3, UAE से लौटा था संक्रमित व्यक्ति
By रुस्तम राणा | Published: July 22, 2022 02:53 PM2022-07-22T14:53:39+5:302022-07-22T15:01:53+5:30
स्वास्थ्य मंत्री ने बतााय कि मरीज की हालत स्थिर है। मंत्री ने यह भी कहा कि जो लोग मरीज के निकट संपर्क में थे, उन पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
तिरुवनन्तपुरम: केरल में मंकीपॉक्स का एक और मामला दर्ज हुआ है। इसी के साथ देश में मंकीपॉक्स से संक्रमित मरीजों की संख्या तीन हो गई है। हालांकि ये तीनों मामले दक्षिणी राज्य केरल से ही आए हैं। शुक्रवार को जिस व्यक्ति (35) के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है वह इसी महीने की शुरूआत में यूएई से केरल लौटा था।
संक्रमित व्यक्ति के बारे में राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि मलप्पुरम मूल का निवासी छह जुलाई को संयुक्त अरब अमीरात से केरल आया था और वहां के मंजेरी मेडिकल कॉलेज में उसका इलाज चल रहा था। स्वास्थ्य मंत्री ने बतााय कि मरीज की हालत स्थिर है। मंत्री ने यह भी कहा कि जो लोग मरीज के निकट संपर्क में थे, उन पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
बता दें कि इससे पहले देश के दक्षिणी जिले कोल्लम में 14 जुलाई को मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था, एक अन्य प्रवासी जो संयुक्त अरब अमीरात से लौटा था। उनका तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में इलाज चल रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 16 जुलाई को एक विशेषज्ञ चिकित्सा दल को राज्य में भेजा था और इसके सदस्यों ने संक्रमितों के घर, मेडिकल कॉलेज और अन्य स्थानों का दौरा किया था।
बाद में, डॉक्टरों ने पाया कि वह वायरस के पश्चिम अफ्रीकी स्ट्रेन से संक्रमित था। वहीं बीते सोमवार को राज्य के कन्नूर जिले में मंकीपॉक्स का दूसरा मामला दर्ज किया। जॉर्ज ने संकेत दिया कि परियारन के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती मरीज की हालत स्थिर है।
विशेषज्ञों के अनुसार, मंकीपॉक्स वायरस उच्च दर से उत्परिवर्तित (Mutates) होता है लेकिन यह उपचार योग्य है और उपचार लक्षणों के साथ बदलता रहता है। उन्होंने कहा कि संक्रमण की शुरुआत बुखार, सिरदर्द और फ्लू से होती है। जैसे ही संक्रमण तीव्र हो जाता है, शरीर पर लाल घाव दिखाई देते हैं और चिकन पॉक्स जैसी खुजली को ट्रिगर करते हैं। उन्होंने कहा कि वायरस की इन्क्यूबेशन पीरियड 5 से 21 दिनों तक होती है। इसका प्रसार केवल निकट संपर्क के माध्यम से होगा जैसे संक्रमित व्यक्ति के साथ स्पर्श, कपड़े, तौलिये या सेक्स साझा करना आदि।