Karwa Chauth 2019: इस करवाचौथ भूलकर भी ना पहनें ये 5 रंग, नहीं तो...
By मेघना वर्मा | Published: October 15, 2019 10:39 AM2019-10-15T10:39:04+5:302019-10-15T10:39:04+5:30
karva chauth Color Selection According to Zodiac Sign: कार्तिक मास की चतुर्थी तिथी को मनाया जाने वाला करवाचौथ इस बार बेहद खास होगा। इस बार व्रत की अवधि मात्र 13 घंटे 56 मिनट की रहने वाली है।
इस साल करवाचौथ का व्रत 17 अक्टूबर को पड़ रहा है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति के लिए निरजला व्रत रखती हैं। साथ ही करवा माता से पति की लम्बी उम्र के लिए प्रार्थना भी करती हैं। पति-पत्नी के खूबसूरत रिश्ते को दर्शाने वाले इस त्योहार की तैयारियां महिलाओं ने अभी से शुरू कर दी है। इस बार के करवाचौथ पर सालों बाद दुर्लभ संयोग पड़ रहा है।
करवा चौथ के व्रत के लिए महिलाएं साज और श्रृंगार भी करती हैं। मेंहदी रचाकर, हाथों में सुहाग की चूड़ी पहन, 16 श्रृंगार करके मां करवा और चांद की आरधना करने वाली महिलाओं को इस साल करवाचौथ पर शुभ फल मिलेगा। वहीं करवाचौथ पर महिलाओं को कुछ खास रंग पहनने से बचना चाहिए।
आज यहां हम आपको ऐसे ही कुछ रंग बताने जा रहे हैं जिन्हें इस करवाचौथ पर आपको नहीं पनना चाहिए। ये ना सिर्फ आपके लिए अशुभ हो सकता है बल्कि आपके पति के लिए भी ये अशुभ हो सकता है।
1. काला रंग
हिन्दू शास्त्रों में काले रंग को बेहद अशुभ बताया गया है। कहा जाता है कि सुहागिन महिलाओं को कभी भी काला रंग नहीं पहनना चाहिए। करवाचौथ के दिन भी काला रंग को कतई ना पहने ये आपके लिए बेहद अशुभ हो सकता है।
2. सफेद रंग
सफेद रंग को भी हिन्दू धर्म में अशुभ माना जाता है। सुहागिनों को किसी भी तीज या त्योहार या किसी आम दिन भी इस रंग को पहनने के लिए वर्जित बताया गया है। करवाचौथ के दिन सफेद रंग की किसी भआी चीज को पहनने से बचें।
3. नीला रंग
नीला रंग बेहद खूबसूरत होता है। मगर उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ भागों में इस कलर का उपयोग पूजा के समय नहीं किया जाता। इस रंग को पूजा के लिए अशुभ बताया जाता है। तो कोशिश करें कि करवाचौथ के दिन नीले रंग का उपयोग ना करें।
4. भूरा रंग
भूरे रंग को त्योहारों पर नहीं पहनना चाहिए। ये रंग राहू-केतू का बताया जाता है। इसलिए इसे किसी शुभ दिन पहनने से बचना चाहिए। कोशिश करें करवाचौथ वाले दिन इस रंग की किसी भी वस्तु को धारण ना करें।
5. स्लेटी रंग
स्लेटी रंग को भी किसी शुभ कार्य में नहीं इस्तेमाल किया जाना चाहिए। इसका भी उल्टा ही असर पड़ता है।
मात्र 13 घंटे 56 मिनट का होगा व्रत
ज्योतिष शास्त्रों की मानें तो इस बार करवाचौथ पर 70 साल बाद शुभ संयोग पड़ रहा है। इस योग में रोहिणि नक्षत्र के साष मंगल योग बन रहा है। कार्तिक मास की चतुर्थी तिथी को मनाया जाने वाला करवाचौथ इस बार बेहद खास होगा। इस बार व्रत की अवधि मात्र 13 घंटे 56 मिनट की रहने वाली है। वहीं बताया ये भी जा रहा है कि इस साल सुहागिनों को उनके व्रत का शुभ फल भी मिलेगा।