Karka Sankranti 2024: सूर्य का कर्क राशि में गोचर कर्क संक्रांति के नाम से जाना जाता है। यह सूर्य देव की दक्षिणी यात्रा की ओर संकेत करता है, जिसे अक्सर दक्षिणायन कहा जाता है। इस दिन लोग भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। इस शुभ दिन पर भोजन और वस्त्र का दान करना वास्तव में लाभकारी होता है। कर्क संक्रांति से वर्षा ऋतु की शुरुआत होती है। इस वर्ष कर्क संक्रांति 16 जुलाई 2024 को होगी।
तिथि और समय
-कर्क संक्रांति 2024 तिथि -16 जून 2024
-कर्क संक्रांति 2024 पल -11:29 पूर्वाह्न, 16 जुलाई 2024
शुभ मुहूर्त
-कर्क संक्रांति पुण्य काल: प्रातः 06:11 बजे से प्रातः 11:29 बजे तक, 16 जुलाई 2024
-कर्क संक्रांति महा पुण्य काल: 09:23 पूर्वाह्न से 11:29 पूर्वाह्न, 16 जुलाई 2024
जानें इस दिन का महत्व
कर्क संक्रांति के दिन से भगवान सूर्य दक्षिणायन में परिवर्तित हो जाते हैं और अपने अनुयायियों को आशीर्वाद देते हैं। माना जाता है कि भगवान, मुख्य रूप से भगवान विष्णु, कर्क संक्रांति पर चार महीने के लिए निद्रा में चले जाते हैं, जो देवशयनी एकादशी के दिन पड़ता है।
वैसे तो इन चार महीनों के दौरान किसी भी तरह का कार्य करना वर्जित होता है, लेकिन इस समय भगवान विष्णु की पूजा करना अत्यधिक लाभकारी होता है। कर्क संक्रांति के दौरान सूर्य कर्क राशि में होता है। पूरे हिंदू वर्ष में भगवान सूर्य राशि चक्र के 12 राशियों में भ्रमण करते हैं। इन 12 संक्रांतियों में से मकर और कर्क दो सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती हैं।