Hartalika Teej 2025: हरतालिका तीज के दिन जरूर दान करें ये चीजें, दाम्पत्य जीवन और परिवार में आएगी खुशहाली
By अंजली चौहान | Updated: August 21, 2025 12:35 IST2025-08-21T12:33:23+5:302025-08-21T12:35:07+5:30
Hartalika Teej 2025: हरतालिका तीज पर कुछ विशेष वस्तुओं का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इन वस्तुओं से समृद्धि, वैवाहिक जीवन में सामंजस्य और भगवान शिव व देवी पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

Hartalika Teej 2025: हरतालिका तीज के दिन जरूर दान करें ये चीजें, दाम्पत्य जीवन और परिवार में आएगी खुशहाली
Hartalika Teej 2025: हिंदू धर्म में भाद्रपद माह में पड़ने वाले व्रत और त्योहारों का विशेष महत्व है। इन्हीं में से एक है हरतालिका तीज, जो विवाहित महिलाओं और कुंवारी कन्याओं के लिए विशेष शुभ मानी जाती है। इस वर्ष हरतालिका तीज का पर्व 26 अगस्त 2025 (मंगलवार) को मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यता है कि इस व्रत को रखने से महिलाओं को अखंड सुहाग और सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद मिलता है।
इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है और उनके वैवाहिक जीवन की तरह ही खुद के वैवाहिक जीवन में सुख-शांति की मनोकामना मांगी जाती है।
हरतालिका तीज के दिन व्रत रखना और पूजा-पाठ करना बहुत जरूरी है लेकिन इसके अलावा, तीज के दिन दान देना बहुत शुभ माना जाता है। जो महिलाएं हरतालिका तीज का व्रत नहीं करती है वो भी इस दिन दान करके पुण्य कमा सकती हैं।
हरतालिका तीज के दिन दान करें ये चीजें
1- गेहूँ का दान
तीज के दिन गेहूँ का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, गेहूँ का दान करने से सोने के दान के समान फल प्राप्त होता है। ज़रूरतमंदों को गेहूँ का दान करने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं और परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
2- फल, खीरा और नारियल का दान
इस दिन फल, खीरा और नारियल का दान करना भी शुभ माना जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है और अविवाहित कन्याओं को मनचाहा जीवनसाथी मिलता है।
3- अपनी कमाई से खरीदी गई वस्तुओं का दान
ध्यान रखें कि हरतालिका तीज पर कभी भी पुरानी वस्तुओं या किसी और से प्राप्त वस्तुओं का दान नहीं करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार, व्रत का पूरा फल तभी प्राप्त होता है जब दान अपनी कमाई से खरीदी गई वस्तुओं का किया जाए।
4- सुहाग सामग्री का दान
हरतालिका तीज अखंड वैवाहिक सुख से जुड़ी है, इसलिए इस दिन विवाहित महिलाओं को सुहाग सामग्री जैसे चूड़ियाँ, सिंदूर, बिंदी, बिछिया और कुमकुम का दान करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इससे शिव और पार्वती प्रसन्न होते हैं और वैवाहिक जीवन में प्रेम और दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है।
धार्मिक ग्रंथों और पुराणों में वर्णित है कि इस व्रत में पूजा के साथ-साथ दान का भी बहुत महत्व है। ऐसी मान्यता है कि अगर महिलाएं इस दिन विशेष वस्तुओं का दान करती हैं, तो उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और परिवार में सुख-समृद्धि का वास होता है।
(डिस्क्लेमर: ऊपर दिए गए आर्टिकल में मौजूद दावा और जानकारी सामान्य ज्ञान पर आधारित है। लोकमत हिंदी इसके दावों की पुष्टि नहीं करता है। सटीक जानकारी के लिए कृपया किसी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।)