मुंबईः गणेश चतुर्थी बहुत ही महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो पूरे भारत में विशेषकर महाराष्ट्र में बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। महाराष्ट्र में लालबागचा राजा या 'लालबाग के राजा', पुतलाबाई चॉल में स्थित, मुंबई में एक प्रसिद्ध और सबसे ज्यादा देखी जाने वाली गणेश मूर्ति है। मोदक खाने वाले, लड्डू-प्रिय हाथी देवता गणेश के स्वागत के लिए पूरे महाराष्ट्र के शहरों को सजाया गया है।
हर साल गणेश चतुर्थी को भगवान शिव और देवी पार्वती के पुत्र भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। वह ज्ञान, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक है। इस साल गणेशोत्सव 19 सितंबर से 28 सितंबर तक मनाया जाएगा। महाराष्ट्र में 10 दिवसीय गणेश उत्सव धूमधाम के साथ मंगलवार को शुरू हो गया।
गणेश चतुर्थी के साथ शुरू हुए इस उत्सव के तहत पूरे राज्य में धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ समृद्धि और बुद्धि के देवता भगवान श्री गणेश की मूर्तियां घरों और पंडालों में स्थापित की गई हैं। राज्य में इस सार्वजनिक उत्सव की शुरुआत 1890 के दशक में तब हुई थी जब राष्ट्रवादी नेता बाल गंगाधर तिलक और अन्य लोगों ने आम जनता को संगठित करने के लिए इसका इस्तेमाल करने का फैसला किया।
मुंबई और राज्य के अन्य प्रमुख शहरों में गणेश मंडल भगवान श्री गणेश की विशाल मूर्तियों को ढोल-ताशा की थाप के साथ शोभायात्रा निकालकर अपने पूजा पंडालों में ले गए। राज्य में ज्यादातर लोग अपने-अपने घरों में भगवान श्री गणेश की मूर्तियां सोमवार की रात या मंगलवार की सुबह 'गणपति बप्पा मोरया' के जयकारों के साथ लेकर आए।
मुंबई में लोगों ने अपने घरों और पंडालों में चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण से लेकर अयोध्या के राम मंदिर समेत कई विषयों पर आधारित सजावट की, जिनमें भगवान श्री गणेश की विभिन्न आकृतियों और आकारों की मूर्तियां स्थापित की गईं। भव्य तरीके से सजाए जाने के कारण मुंबई के जीएसबी सेवा मंडल के 'महागणपति' हमेशा शहर में चर्चा का विषय बने रहते हैं।
जीएसबी सेवा मंडल ने इस बार भगवान गणेश की मूर्ति को 66.5 किलोग्राम सोने के आभूषण, 295 किलोग्राम से अधिक चांदी के साथ ही अन्य कीमती सामान से सजाया है। मुंबई के किंग सर्किल में स्थित जीएसबी सेवा मंडल के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस बार सुरक्षा व्यवस्था के तहत लोगों के चेहरे की पहचान करने वाले कैमरे लगाए गए हैं।
इसके अलावा अन्य प्रसिद्ध गणेश मंडल चिंचपोकली, गणेश गली और तेजुकाया में हैं। इनके अलावा लोगों को गिरगांव के खेतवाड़ी इलाके में शहर के सबसे ऊंचे 45 फुट के गणेश भी देखने को मिलेंगे। बीएमसी की एक विज्ञप्ति में कहा गया कि केंद्र सरकार की स्वच्छता प्रतियोगिता 'इंडियन क्लीननेस लीग 2.0' के एक भाग के रूप में रविवार को मुंबई में एक विशेष सफाई अभियान चलाया गया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि गणेश उत्सव के मद्देनजर मुंबई में सुरक्षा के लिए 13,750 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इनमें 11,726 सिपाही, उपनिरीक्षक से लेकर सहायक आयुक्त स्तर तक के 2,024 अधिकारी और 15 उपायुक्त शामिल हैं।
मुंबई में सुबह-सुबह ही कई प्रसिद्ध गणेश पंडालों में मूर्तियां स्थापित की गयीं, जिनमें सबसे प्रसिद्ध लालबागचा राजा भी शामिल हैं जबकि कई मूर्तियों को शोभायात्रा के साथ कार्यशालाओं से पंडालों तक ले जाया गया।