अगले जन्म में आप क्या बनेंगे? गरुड़ पुराण की ये 10 बातें पढ़िए, खुल जाएगा सारा रहस्य
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 18, 2020 10:30 AM2020-03-18T10:30:06+5:302020-03-18T10:55:17+5:30
Garuda Puran: गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु की भक्ति के अलावा व्यक्ति के कर्मों और उस आधार पर उसके अगले सफर का जिक्र किया गया है।
हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण का बहुत महत्व है। इसका पाठ आमतौर पर किसी की मृत्यु के बाद करने की परंपरा है। इसमें भगवान विष्णु की भक्ति की महिमा सहि मृत्यु और उसके बाद अगले जन्म की बात कही गई है। इसके एक भाग में बताया गया है कि मृत्यु के बाद किसी व्यक्ति के आत्मा का अगला सफर कैसा होता है।
व्यक्ति के कर्मों और पापों के आधार पर गरुड़ पुराण के पांचवें अध्याय में यह भी बताया गया है कि वह अगले जन्म में क्या बनेगा। इस पुराण में श्राद्ध-तर्पण, मुक्ति के उपायों आदि का भी विस्तृत वर्णन मिलता है। पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन बताया गया है। पौराणिक कथा के अनुसार गरुड़ जी ने एक बार भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, उसकी यमलोक यात्रा, कर्मों से प्राप्त होने वाले फल, अगले जन्म, पापियों को मिलने वाली सजा जैसे सवाल पूछे थे।
भगवान विष्णु ने तब गरुड़ जी की जिज्ञासा शांत करते हुए उन्हें जो उपदेश दिये, उसी का इसमें जिक्र है। इसलिए इस पुराण को ‘गरुड़ पुराण’ कहा गया है। आईए, आज हम आपको बताते हैं कि गरुड़ पुराण के अनुसार पापों के आधार पर कोई व्यक्ति अगले जन्म में क्या बनता है।
1. गरुड़ पुराण में कहा गया है जो व्यक्ति अपने किसी दोस्त से धोखा करता है या उन्हें ठगता है, ऐसे शख्स पहाड़ों पर रहने वाले गिद्ध बनते हैं। वे तब अपना पेट भरने के लिए मरे हुए जानवरों को खाते हैं।
2. गरुड़ पुराण के अनुसार जो व्यक्ति धर्म का विरोध करता है या उसका पालन नहीं करता तो वह कुत्ते, गधे या ऊंट के रूप में जन्म लेता है। साथ ही अगर कोई मनुष्य नारी की हत्या करता है तो अपने अगले जन्म में वह कोढ़ी बनता है।
3. किसी दोस्त की पत्नी पर बुरी नजर रखने वाला शख्स गधे के रूप में जन्म लेता है। वहीं, दूसरे की पत्नी से संबंध बनाने वाला व्यक्ति घोर नरक में जाता है। इसके बाद उसे भेड़िया, कुत्ता, गिद्ध, सियार, सांप, कौआ और अंत में बगुला की योनि प्राप्त होती है।
4. ऐसा ही विवाहेत्तर संबंध में दिलचस्पी रखने वाली औरतें अगले जन्म में चमगादड़ बनती हैं। वहीं, स्त्री पर हाथ उठाने वाला व्यक्ति अगले जन्म में भी विभिन्न प्रकार के शारीरिक कष्टों और बीमारियों से जूझता है।
5. जो लोग अक्सर अपने माता-पिता, भाई-बहन या फिर गुरु के साथ बुरा व्यवहार करते हैं या उन्हें प्रताड़ित करते हैं। उनका अगला जन्म होता तो है लेकिन कई जन्मों तक वे धरती पर नहीं आते और गर्भ में ही उनकी मृत्यु हो जाती है।
6. गरुण पुराण में ये भी कहा गया है कि सुयोग्य पात्र को शिक्षा नहीं देनेवाले ब्राह्मण अगले जन्म में बैल बनते हैं।
7. चालाकी या कपट कर दूसरे व्यक्ति को धोखा देने वाला मनुष्य अगले जन्म में उल्लू बनता है।
8. सास-ससुर को अपशब्द कहने वाली और अक्सर कलह करने वाली स्त्री जलौका अर्थात जल जोंक होती है। अपने पति का परित्याग करके परपुरुष का सेवन करने वाली स्त्री वल्गुनी (चमगादड़ी), छिपकली अथवा दो मुंह वाली सर्पिणी बनती है।
9. गरुण पुराण के अनुसार ब्रह्महत्यारा क्षय रोगी होता है, गाय की हत्या करने वाला मूर्ख और कुबड़ा होता है।
10. द्वेष वश या कोई आरोप लगाकर स्त्री का परित्याग कर देने वाला बहुत काल तक चक्रवाक (चकोर) होता है। ये एक प्रकार का पक्षी है जिसके बारे में कहा गया है इसकी बोली कर्कश होती है।