Gangaur Puja 2020: होली के साथ 16 दिन तक चलने वाले गणगौर पूजा की होगी शुरुआत, जानिए महत्व और शुभ मुहूर्त
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 3, 2020 10:31 AM2020-03-03T10:31:26+5:302020-03-04T16:59:49+5:30
Gangaur Puja 2020: गणगौर व्रत पूजा की शुरूआत होली के शाम से ही हो जाती है। इसमें कुंवारी और विवाहित महिलाएं हर दिन गणगौर जी की पूजा करती हैं।
Gangaur Puja 2020: होली के दिन से शुरू होने वाले गणगौर पूजा का राजस्थान और मध्य प्रदेश में विशेष महत्व है। मध्य प्रदेश में जहां इसे तीन दिनों तक किया जाता है। वहीं, राजस्थान में ये पूजा अगले 16 दिनों तक चलती रहती है। इन दिनों में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। पूजा के आखिरी दिन का सबसे ज्यादा महत्व है।
ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव ने माता पार्वती को सदा सुहागन रहने का वरदान दिया था। वहीं, माता पार्वती ने सभी सुहागन स्त्रियों को सदा सौभाग्यवती रहने का वरदान दिया। महिलाएं ये पूजा अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए करती हैं।
Gangaur Puja 2020: गणगौर पूजा तिथि और शुभ मुहूर्त
गणगौर व्रत पूजा की शुरूआत होली के शाम से ही हो जाती है। इसमें कुंवारी और विवाहित महिलाएं हर दिन गणगौर जी की पूजा करती हैं। विवाहित महिलाएं जहां पति की लंबी उम्र के लिए तो वहीं कुंवारी लड़कियां अच्छे वर के लिए इस पूजा को करती हैं। इसे चैत्र शुक्ल पक्ष की तृतीया तक रोज किया जाता है। चैत्र शुक्ल की द्वितीया को सिंजारा कहा जाता है।
इस दिन महिलाएं किसी भी नदी, सरोवर, तालाब पर जाकर गणगौर को पानी पिलाती हैं और फिर तृतीया के दिन शाम में उनका विसर्जन करती हैं। मघ्य प्रदेश में यही प्रक्रिया तीसरे दिन की जाती है।
इस बार यानी 2020 में गणगौर पूजा का समापन राजस्थान में 27 मार्च को हो रहा है। यह चैत्र शुक्ल की तृतीया तिथि होगी। वहीं, पूजा के शुभ मुहूर्त की बात करें तो स्वार्थ सिद्धि योग सुबह 6 बजकर 17 मिनट से सुबह 10 बजकर 09 मिनट तक रहेगा।
रवि योग सुबह 10 बजकर 09 मिनट से अगले दिन सुबह 6 बजकर 15 मिनट तक होगा। शुक्ल की तृतीया तिथि की शुरुआत 26 मार्च को शाम 7 बजकर 53 मिनट से हो रही है। इस तिथि का समापन 27 तारीख को रात 10 बजकर 12 मिनट पर होगा।