Diwali 2025: दिवाली के लॉन्ग वीकेंड पर इन शहरों में मनाएं फेस्टिवल, मिलेगी आध्यात्मिक शांति
By अंजली चौहान | Updated: October 15, 2025 15:28 IST2025-10-15T15:28:44+5:302025-10-15T15:28:56+5:30
Diwali 2025:दिवाली का पर्व कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस बार अमावस्या तिथि 20 और 21 अक्टूबर को पड़ रही है, लेकिन प्रदोष काल (शाम का शुभ समय) 20 अक्टूबर को होने के कारण मुख्य दिवाली और लक्ष्मी पूजन 20 अक्टूबर, सोमवार को ही होगा।

Diwali 2025: दिवाली के लॉन्ग वीकेंड पर इन शहरों में मनाएं फेस्टिवल, मिलेगी आध्यात्मिक शांति
Diwali 2025:दिवाली, जिसे दीपावली भी कहते हैं, रोशनी और खुशियों का त्योहार है। यह आमतौर पर पाँच दिनों तक मनाया जाता है। इस साल 20 अक्तूबर को दिवाली मनाई जाएगी। दिवाली का समय ऐसा होता है जब ज्यादातर ऑफिस में और स्कूलों में लंबी छुट्टी होती है। ऐसे में अगर आप इस दिवाली घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आपको मस्ती और त्योहार के मजे के साथ इन स्थानों पर शांति भी मिलेगी।
आइए बताते हैं इन जगहों के बारे में जहां जाकर आपको आध्यात्मिक शांति मिलेगी और अपनों के साथ त्योहार का मजा दोगुना हो जाएगा।
टॉप 5 आध्यात्मिक डेस्टिनेशन
1- वाराणसी, उत्तर प्रदेश: भारत के सबसे पुराने और पवित्र शहरों में से एक, वाराणसी गंगा नदी के घाटों पर दीयों की जगमगाती रोशनी और मंत्रमुग्ध कर देने वाली गंगा आरती के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परंपराएं एक अनूठा अनुभव प्रदान करती हैं।
2- अमृतसर, पंजाब: सिखों का सबसे पवित्र तीर्थस्थल, स्वर्ण मंदिर, दिवाली के दौरान जगमगाता है और सरोवर में उसका प्रतिबिंब दिखाई देता है। यह गुरु हरगोबिंद की रिहाई का भी प्रतीक है, जो अंधकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता है। आप यहाँ सामूहिक लंगर में भी भाग ले सकते हैं।
3- गोकर्ण, कर्नाटक: समुद्र तटों के लिए प्रसिद्ध गोकर्ण में, आप समुद्र तट पर दीये जलाकर एक शांत और सरल दिवाली अनुभव कर सकते हैं। यह महाबलेश्वर मंदिर के दर्शन करने और स्थानीय अनुष्ठानों में भाग लेने के लिए भी एक उत्कृष्ट स्थान है, जो विश्राम और आध्यात्मिकता का एक अनूठा मिश्रण प्रदान करता है।
4- हरिद्वार, उत्तराखंड: हिमालय की तलहटी में स्थित यह पवित्र शहर, गंगा नदी के घाटों पर हजारों दीयों के प्रज्वलन का एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है। आप शाम की गंगा आरती में भाग ले सकते हैं जो एक आध्यात्मिक और उत्सवपूर्ण माहौल बनाती है।
5- जयपुर, राजस्थान: "गुलाबी शहर" के रूप में जाना जाने वाला जयपुर, पारंपरिक और आधुनिक उत्सवों का एक मिश्रण प्रदान करता है। शहर अपनी भव्य रोशनी, पारंपरिक लक्ष्मी पूजा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ दिवाली के दौरान एक जीवंत वातावरण प्रस्तुत करता है।