Dev Deepawali 2020: कब है देवताओं की दीपावली? जानें पूजा का शुभ मुहूर्त, विधि और इसका महत्व
By प्रतीक्षा कुकरेती | Updated: November 26, 2020 16:37 IST2020-11-26T13:15:29+5:302020-11-26T16:37:11+5:30
देव दीपावली के दिन पूजा के लिए 2 घंटे 40 मिनट का समय है. 29 नवंबर को शाम 05 बजकर 08 मिनट से शाम 07 बजकर 47 मिनट के बीच देव दीपावली की पूजा संपन्न कर लेनी चाहिए.

Dev Deepawali 2020: कब है देवताओं की दीपावली? जानें पूजा का शुभ मुहूर्त, विधि और इसका महत्व
हिन्दू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को देव दीपावली मनाई जाती है. देव दीपावली हर वर्ष काशी में मनाए जाने की परंपरा है. इस वर्ष देव दीपावली 29 नवंबर दिन रविवार को है. हिंदू धर्म में देव दीपावली का बहुत महत्व है. देव दीपावली का पावन पर्व भगवान शिव के त्रिपुरासुर पर विजय के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है. देव दीपावली पर इस बार भगवान शिव की नगरी काशी में 15 लाख दीये जलाने की तैयारी की गई है.
देव दीपावली 2020 तिथि
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 29 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 47 मिनट पर
पूर्णिमा तिथि समाप्त: 30 नवंबर दिन सोमवार को दोपहर 02 बजकर 59 मिनट पर
ऐसे में देव दीपावली 29 नवंबर दिन रविवार को मनाई जाएगी।
देव दीपावली 2020 पूजा मुहूर्त
देव दीपावली के दिन पूजा के लिए 2 घंटे 40 मिनट का समय है. 29 नवंबर को शाम 05 बजकर 08 मिनट से शाम 07 बजकर 47 मिनट के बीच देव दीपावली की पूजा संपन्न कर लेनी चाहिए.
देव दीपावली का महत्व
देव दीपावली का उत्सव दिवाली के 15 दिन बाद आता है. दिवाली कार्तिक अमावस्या के दिन तथा देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा को होती है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन देवी-देवता देव दीपावली मनाने के लिए काशी जाते हैं. मान्यता है कि देव दीपावली के दिन सभी देवता गंगा नदी के घाट पर आकर दीप जलाते हैं. इसलिए इस दिन नदी, तालाब आदि जगहों पर दीपदान जरूर करें. ऐसा करने से सभी संकटों से छुटकारा मिलता है और घर में सुख-शान्ति बनी रहती है. दीप दीपावली के पर्व पर उपवास रखने का काफी महत्व है. इस दिन उपवास रखकर जागरण करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. देव दीपावली के दिन दान करना बहुत शुभ माना जाता है. इस पावन पर्व पर दान करने से दस यज्ञों के समान फल की प्राप्ति होती है. इस पर्व पर जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और फल दान करें. इस दिन शालिग्राम और तुलसी जी की पूजा करने का बहुत ज्यादा महत्व है. इस दिन जो भी लोग तुलसी पूजन करते हैं, उनकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं.