Chaitra Navratri 2025: हिंदू धर्म का पवित्र त्योहार नवरात्रि अब बस कुछ ही दिनों में शुरू हो जाएगा। नौ दिनों तक चलने वाले इस विशेष त्योहार के अपने ही नियम है जिन्हें हर भक्त मानता है। हिंदू कैलेंडर के चैत्र महीने में पड़ने वाली नवरात्रि को ही चैत्र नवरात्रि कहा जाता है। इस दौरान नौ दिनों तक देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है और इस बार यह 30 मार्च से शुरू हो रहा है।
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन भक्त घटस्थापना (कलश स्थापना) से लेकर राम नवमी तक व्रत रखते हैं, देवी का आशीर्वाद पाने के लिए सख्त अनुष्ठानों का पालन करते हैं। नवरात्रि के दौरान व्रत रखना बहुत ही शुभ माना जाता है ज्यादा लोग लोग नौ दिनों का व्रत करते हैं वहीं, कुछ लोग सिर्फ शुरुआत और अंत का व्रत रखते हैं।
देवी दुर्गा को खुश करने के लिए रखे गए नवरात्रि व्रत में कई नियमों का पालन करना होता है तो आइए जानते हैं इसके बारे में...
चैत्र नवरात्रि के दौरान व्रत कैसे रखें
भक्त विभिन्न प्रकार के उपवास कर सकते हैं, जिनमें रसोपवास (तरल उपवास), फलोपवास (फल उपवास), दुग्धोपवास (दूध उपवास), लघु उपवास (हल्का उपवास), अद्धोपवास (आंशिक उपवास) और पूर्णोपवास (पूर्ण उपवास) शामिल हैं। जो लोग नौ दिनों का व्रत लेते हैं, उन्हें पहले दिन से लेकर नवमी तक व्रत जारी रखना चाहिए। यदि अपरिहार्य कारणों से व्रत तोड़ना आवश्यक हो, तो देवी से क्षमा मांगने के बाद ही व्रत तोड़ना चाहिए।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो लोग पूरे नौ दिन व्रत नहीं रख पाते हैं, उन्हें आखिरी दो दिन महाअष्टमी और महा नवमी को व्रत रखना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इन दिनों व्रत रखने से पूरे नौ दिन व्रत रखने के समान आध्यात्मिक लाभ मिलते हैं।
नवरात्रि व्रत के दौरान क्या खाएं
जो भक्त दिन में एक बार भोजन करते हैं, वे फल, कुट्टू का आटा, सिंघाड़ा, दूध, साबूदाना और आलू खा सकते हैं। नवरात्रि व्रत के दौरान पारंपरिक रूप से सेंधा नमक का उपयोग भोजन बनाने में किया जाता है।
नवरात्रि व्रत के दौरान क्या न खाएं
नवरात्रि के व्रत आपके शरीर को शुद्ध करने और आपके मन को शुद्ध करने के लिए रखे जाते हैं। इसलिए, अनाज, मांसाहारी भोजन, शराब और कुछ मसालों का सेवन करने से बचें।
नवरात्रि व्रत के नियम:
उपवास के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें।
नौ दिनों के दौरान काले रंग के कपड़े पहनने से बचें।
व्रत के दौरान दिन में सोने से परहेज करें।
शराब, तंबाकू या मांसाहारी भोजन का सेवन करने से बचें।व्रत के दौरान नाखून, बाल या दाढ़ी न काटें।
अष्टमी या नवमी के दिन कन्या भोजन (छोटी लड़कियों को भोजन कराना) करें, उसके बाद व्रत तोड़ने से पहले पवित्र हवन करें।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत आर्टिकल में मौजूद जानकारी सामान्य ज्ञान पर आधारित है। लोकमत हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है कृपया सटीक जानकारी के लिए किसी विशेषज्ञ की सलाह आवश्य लें)