Ashadhi Ekadashi 2024 Wishes: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को ‘आषाढ़ी एकादशी’ के मौके पर सोलापुर जिले के पंढरपुर शहर में भगवान विट्ठल के मंदिर में पूजा-अर्चना की। शिंदे के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि उन्होंने राज्य में पर्याप्त बारिश के लिए भगवान विट्ठल से प्रार्थना की, जिससे किसानों को मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने अपनी पत्नी लता शिंदे के साथ पूजा-अर्चना की। परंपरा के अनुसार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हर साल आषाढ़ी एकादशी पर पंढरपुर में भगवान विट्ठल और देवी लक्ष्मी को समर्पित एक प्रसिद्ध मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं।
नासिक के वारकरी दंपति बालू अहीरे और आशा बाई ने बुधवार को तड़के मुख्यमंत्री शिंदे के साथ अनुष्ठान किए। महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों तथा पड़ोसी राज्यों से लाखों ‘वारकरी’ (भगवान विट्ठल के भक्त) समारोह के लिए पंढरपुर में एकत्रित हुए हैं। शिंदे ने मंगलवार को कहा कि पंढरपुर मंदिर शहर का विकास निवासियों से विचार-विमर्श करने के बाद ही किया जाएगा।
यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उन पर कोई फैसला थोपा न जाए। उन्होंने इस शहर के विस्तृत विकास की आवश्यकता पर जोर दिया। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति सरकार काशी विश्वनाथ गलियारे की तर्ज पर पंढरपुर का विकास करने की योजना बना रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को आषाढ़ी एकादशी की शुभकामनाएं दीं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को देशवासियों को आषाढ़ी एकादशी की शुभकामनाएं दी। महाराष्ट्र में भगवान विट्ठल के उपासक खासतौर पर पूरे श्रद्धाभाव के साथ यह पर्व मनाते हैं। मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "आषाढ़ी एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएं! भगवान विट्ठल का आशीर्वाद हमेशा हम पर बना रहे और हमें खुशी एवं समृद्धि से भरे समाज के निर्माण के लिए प्रेरित करे।
यह अवसर हम सभी में भक्ति, विनम्रता और करुणा को भी प्रेरित करे। यह हमें परिश्रम के साथ गरीब से गरीब व्यक्ति की सेवा करने के लिए भी प्रेरित करे।" आषाढ़ माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी को आषाढ़ी एकादशी कहते हैं। यह भगवान विष्णु का शयन काल होता है। पुराणों के अनुसार, इस दिन से भगवान विष्णु चार महीने के लिए क्षीरसागर में शयन करते हैं। इसलिए इसे हरिशयनी एकादशी कहा जाता है। इसी दिन से चातुर्मास प्रारंभ हो जाते हैं।