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कभी खराब नहीं होतीं पूजा में उपयोग की जाने वाली ये 3 पवित्र चीजें, दोबारा भी कर सकते हैं इस्तेमाल

By मेघना वर्मा | Updated: April 11, 2020 12:05 IST

सनातन धर्म में पूजा-पाठ में कई सारी चीजों का इस्तेमाल करते हैं। दीप, धूप, नवैद्य के साथ भोग की वस्तुएं और फल-फूल का भी इस्तेमाल होता है।

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ठळक मुद्देभगवान शिव को बेलपत्र अर्पित किया जाता है।गंगाजल को सबसे पवित्र माना जाता है।

हिन्दू धर्म में पू्जा-पाठ का बहुत महत्व है। हर आदमी अपनी आस्था और श्रद्धा के साथ अपने-अपने तरीके से पूजा करता है। भगवान को अर्पित किए जाने वाले सामानों को भी वो अपनी ही सामर्थ्य अनुसार चुनता है। वहीं पूजन की कुछ सामग्रियां ऐसी होती हैं जिनका आप बार-बार पूजा में इस्तेमाल कर सकते हैं। जो कभी बासी नहीं होती। 

पूजा में अक्सर लोग फल, सब्जियां, फूल आदि भगवान को भेंट करते हैं। मगर कुछ चीजें ऐसी भी हैं जो कभी बासी या पुरानी नहीं होतीं। स्कंदपुराण में इस बात का जिक्र मिलता है। आइए आपको बताते हैं ऐसी ही कुछ सामग्रियां जो कभी बासी नहीं होंती-

1. गंगाजल

गंगाजल को सबसे पवित्र माना जाता है। वायुपुराण में बताया गया है कि गंगाजल को भले ही आप सालों तक रख लो वो कभी ना तो खराब होता है और ना ही कभी अवपित्र। इसलिए आप पूजा में इसे इस्तेमाल कर सकते हैं। माना जाता है कि गंगाजल छिड़कने से चीजें को शुद्ध हो जाती हैं।

2. बेलपत्र

भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित किया जाता है। इसका अपना पौराणिक महत्व भी है। बेलपत्र को अमर फल भी कहा जाता है।  इस बेलपत्र को शिव जी पर चढ़ाया जाता है। माना जाता है कि बेलपत्र भी कभी बासी नहीं होते। उनका भी आप इस्तेमाल पूजा में कभी भी कर सकते हैं। ये सूख भले जाएं मगर बहुत पवित्र माने जाते हैं। 

3. तुलसी का पत्ता

तुलसी के पत्ते को हिन्दू धर्म में सबसे पवित्र बताया जाता है। तुलसी की पत्तियां भगवान विष्णु को बहुत प्रिय होती है। ये ना सिर्फ स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छी होती है बल्कि पूजा-पाठ में भी इनका खूब उपयोग होता है। इसलिए तुलसी के पत्ते का उपयोग आप पूजा में कर सकते हैं। ये कभी बासी नहीं होती। 

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